असम में बाढ़ प्रभावित इलाकों में NDRF तैनात, उत्तर पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में भारी बारिश
गोहाटी/कानपुर (एएनआई/इंटरनेट डेस्क)। असम के बाढ़ प्रभावित बाड़पेटा जिले में राहत एवं बचाव कार्य के लिए नेशनल डिजास्टर रिस्पाॅन्स फोर्स (एनडीआरएफ) की टीमें तैनात की गई हैं। एनडीआरएफ टीमों ने इलाकों में मोर्चा संभालते हुए बाढ़ में फंसे 487 ग्रामीणों को बचाया है। सभी को सुरक्षित स्थान ले जाया गया है। एनडीआरएफ टीमें जिला प्रशासन को कोविड-19 महामारी के दौरान मास्क वितरित करने, जांच करने और सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने में भी मदद कर रही है। एनडीआरएफ के फर्स्ट बटालियन ने अपने बयान में कहा है कि उनकी टीम ने बाढ़ में फंसे 950 से अधिक ग्रामीणों को बचाकर सुरक्षित स्थान तक पहुंचाया है।पश्चिमी तट के इलाकों के लिए ऑरेंट अलर्ट
मानसून दक्षिण पूर्व से उत्तरी बंगाल की खाड़ी की ओर बढ़ रहा है। मौजूदा समय में मानसून अमृतसर, चंडीगढ़, बरेली, आजमगढ़, जमुई और दुमका से होकर गुजर रहा है। अगले दो दिनों में इसके दक्षिण की ओर शिफ्ट होने के आसार बन रहे हैं। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने अपने पूर्वानुमानों में बताया कि मानसून की इस चाल से उत्तर पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में 15 से 17 जुलाई के दौरान भारी बारिश के आसार बन रहे हैं। 16 जुलाई को इन इलाकों में मूसलाधार बारिश हो सकती है। आईएमडी के पूर्वानुमान के मुताबिक, इससे 14 से 16 जुलाई के बीच पश्चिमी तट, मध्य महाराष्ट्र, उत्तरी कोंकण और गोवा के कुछ इलाकों में भारी बारिश हो सकती है।पश्चिम बंगाल और बिहार के लिए ऑरेंट अलर्टआईएमडी के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी से दक्षिण पश्चिम और दक्षिण की ओर हवाएं चलने से मानसून के दोबारा सक्रिय होने से पूर्वोत्तर भारत में बारिश की मात्रा धीरे-धीरे कम हो सकती है। हालांकि अगले 3-4 दिनों तक कुछ इलाकों में कहीं-कहीं भारी बारिश के आसार बने हुए हैं। हिमालय से लगे पश्चिम बंगाल के इलाके, सिक्किम और बिहार में अगले 3 दिनों तक भारी बारिश होगी। आईएमडी ने यहां के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किए हैं। मौसम विभाग के अनुसार, पूर्वी उत्तर प्रदेश, दक्षिण बिहार, झारखंड, गंगा से लगे पश्चिम बंगाल के इलाके, उत्तरी मध्य प्रदेश और पूर्वी राजस्थान में अगले 12 घंटों के दौरान आंधी-तूफान और गरज-चमक के साथ भारी बारिश होने की आशंका है।