इविवि ने बढ़ाई ढाई से तीन गुना तक फीस

केवल नये सत्र में प्रवेश लेने वालों पर ही होगा लागू

ALLAHABAD: सेंट्रल यूनिवर्सिटी इलाहाबाद ने न्यू एकेडमिक सेशन 2017-18 से एनुअल फीस का नया स्ट्रक्चर लागू किया है। इलाहाबाद यूनिवर्सिटी ने ढाई से तीन गुना तक फीस में बढ़ोत्तरी की है। यह फैसला यूनिवर्सिटी में वाइस चांसलर प्रो। आरएल हांगलू की अध्यक्षता में 11 अप्रैल को एकेडमिक काउंसिल की बैठक में लिया गया था। लेकिन उस समय एयू एडमिनिस्ट्रेशन फीस बढ़ोत्तरी की जानकारी देने से बच रहा था। थर्सडे को प्रवेश भवन में बुलाई पत्रकार वार्ता में यह स्पष्ट हो गया कि इविवि ने न्यू सेशन से फीस बढ़ा दी है। बता दें कि विवि में फीस बढ़ोत्तरी की खबर दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने 11 अप्रैल को एकेडमिक काउंसिल की मीटिंग के बाद 12 अप्रैल के अंक में पहले पन्ने पर प्रकाशित की थी।

ट्यूशन फीस में बम्पर बढ़ोत्तरी

डायरेक्टर एडमिशन प्रो। मनमोहन कृष्ण ने बताया कि अंडर ग्रेजुएट, पोस्ट ग्रेजुएट, डिफिल समेत अदर कोर्सेस में फीस बढ़ाई गई है। फीस के मद में शामिल ट्यूशन फीस, डेवलपमेंट फीस एवं एग्जामिनेशन फीस में बढ़ोत्तरी की गई है। सबसे अधिक ट्यूशन फीस को बढ़ाया गया है। डायरेक्टर एडमिशन ने बताया कि डेवलपमेंट फीस एवं एग्जामिनेशन फीस में मामूली बढ़ोत्तरी की गई है। उन्होंने बताया कि अंडर ग्रेजुएट की एनुअल फीस में शामिल ट्यूशन फीस पहले 12 रुपये प्रति माह थी। इसे बढ़ाकर 100 रुपये प्रतिमाह तक किया गया है। इस तरह पहले यूजी की फीस 924 रूपये वार्षिक थी। अब यूजी की एनुअल फीस लगभग 2975 रुपये होगी।

छात्रों के बीमा का भी है प्लान

उन्होंने बताया कि पोस्ट ग्रेजुएट की कुल फीस में शामिल ट्यूशन फीस पहले 15 रुपये प्रतिमाह थी। इसे दस गुना तक बढ़ाकर 150 रुपये प्रतिमाह किया गया है। रिसर्च की फीस में शामिल ट्यूशन फीस पहले 18 रूपये प्रतिमाह थी। इसे बढ़ाकर 200 रुपये प्रतिमाह कर दिया गया है। डायरेक्टर एडमिशन ने स्पष्ट किया कि जो फीस बढ़ाई गई है। उसका पेमेंट न्यू एडमिशन (फ‌र्स्ट इयर वाले) लेने वालों को ही करना होगा। विवि में पढ़ाई कर रहे पुराने छात्रों पर फीस बढ़ोत्तरी का कोई असर नहीं होगा। उन्होंने यह भी बताया कि विवि प्रशासन की कोशिश है कि नई दर से फीस जमा करने वाले छात्रों का इसी में इंश्योरेंस भी हो जाये। लेकिन अभी इसपर फैसला नहीं हो सका है।

वर्ष 1942 और 1986 के बाद इविवि में फीस बढ़ाई गई है। इलाहाबाद यूनिवर्सिटी एक ऐसी यूनिवर्सिटी है। जहां देश की दूसरी यूनिवर्सिटीज की तुलना में सबसे कम फीस है। ऐसे में छात्रों को इसे खुशी खुशी स्वीकार करना चाहिये। इससे संसाधनो के विकास में मदद मिलेगी और आने वाले समय में छात्रों को ही इसका लाभ मिलेगा।

प्रो। मनमोहन कृष्ण, डायरेक्टर एडमिशन

Posted By: Inextlive