PRAYAGRAJ: कमला नेहरू मेमोरियल हॉस्पिटल के डॉक्टर और कर्मचारियों पर बच्चा बदले जाने का आरोप लगा है। कमल किशोर की तरफ से पुलिस अधिकारियों को की गयी शिकायत के अनुसार उनकी पत्‍‌नी को जुड़वा बेटे हुए थे। जिसमें से एक की जगह मृत बच्ची को थमा दिया गया। उन्होंने मृत बच्ची का डीएनए टेस्ट कराने की मांग की तो हॉस्पिटल प्रशासन ने इससे साफ इंकार कर दिया। उनका आरोप है कि उनके एक बच्चे को गायब करके मृत बच्ची पकड़ा दी गयी।

क्या है मामला

कमल किशोर की 37 वर्षीय पत्‍‌नी कामिनी कौशल के गर्भवती होने पर उनका इलाज केएमएनएच की डॉ। शोभा पांडेय की देखरेख में चल रहा था। चार अगस्त को तबियत खराब होने पर कामिनी को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। आपरेशन के बाद पता चला कि दो बेटों का जन्म हुआ है। करीब एक घंटे बाद परिजनों को बताया कि दो बच्चों का जन्म हुआ है और इनमें से एक मृत बच्ची है। शव प्राप्त होने के बाद परिजनों ने आशंका व्यक्त करते हुए कहा कि यह बच्ची उनकी नही है। यह कई घंटों से मृत है। यह किसी दूसरे की बच्ची है। इस पर हॉस्पिटल स्टाफ ने धमकी और मारपीट कर परिजनों को भगा दिया।

पुलिस ने भी नही दिया साथ

पीडि़त परिवार का आरोप है कि मौके पर पहुंची पुलिस ने भी कोई कार्रवाई नही की। कमल किशोर ने हॉस्पिटल में बच्चा बदलने वाले किसी गिरोह के सक्रिय होने की आशंका जताई है। उनका कहना है कि दफनाई गई बच्ची की बॉडी को निकलवाकर उसका डीएनए टेस्ट कराया जाना चाहिए। ऐसा कराने से बच्ची के असली परिजन व उसकी मौत का कारण पता चल सकेगा।

Posted By: Inextlive