अंधेरे में बीती बाढ़ पीडि़तों की रात, नहीं मिला खाना
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-विभिन्न बाढ़ राहत केंद्रों पर 250 लोगों ने दी दस्तक -डीएम ने लिया सुविधाओं का जायजा, लोगों से राहत केंद्रों पर जाने की अपील XXXXXXXXX वार्निग लेवल पार कर गया पानी खतरे का निशान: 84.73 वॉर्निग लेवल: 83.73 गंगा: 84.02 यमुना: 83.88 (3 सेमी प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रहा पानी.) XXXXXXXXXXX यहां इतने बाढ़ पीडि़त ऋषिकुल उच्चतर माध्यमिक: 132 महबूब अली इंटर कॉलेज: 70 एनी बेसेंट गर्ल्स कॉलेज: 30 विवेकानंद स्कूल: 06 vineet.tiwari@inext.co.inPRAYAGRAJ: बाढ़ राहत केंद्रों पर पीडि़त तो पहुंचे लेकिन इसके बावजूद रविवार को सुविधाओं का अकाल नजर आया। बिजली कनेक्शन नहीं होने से यहां अंधेरा छाया रहा तो सुबह भोजन का वितरण भी नहीं हो सका था। इसको लेकर लोगों ने नाराजगी भी जताई। उधर, दिनभर पीडि़तों का राहत केंद्रों पर आना जारी रहा। पब्लिक की परेशान को देखकर खुद डीएम ने राहत केंद्रों और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर लोगों का हालचाल लिया। उन्होंने केंद्रों पर पब्लिक को सुविधाएं उपलब्ध कराने पर जोर भी दिया।
मॉर्निग में किया गया कनेक्शनराजापुर, छोटा बघाडा, दारागंज आदि एरिया में मोहल्लों में बाढ़ का पानी घुस जाने से लोगों ने नजदीक के राहत केंद्रों का रुख किया। शनिवार रात से लोगों के आने का क्रम शुरू होने के बाद इलाके के लेखपाल भी हरकत में आ गए। लेकिन बिजली का कनेक्शन तत्काल नहीं हो सका। इससे कई केंद्रों पर लोगों को अंधेरे में रात गुजारनी पड़ी। रविवार सुबह केंद्रों पर बिजली का कनेक्शन किया गया।
खिचड़ी बंटी तो भरा पेट राजापुर स्थित ऋषिकुल उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में बने राहत केंद्र में रविवार दोपहर तक 132 बाढ़ पीडि़त दस्तक दे चुके थे। इसमें रात में खाने का पैकेट बांटा गया था लेकिन सुबह भोजन वितरण नहीं हुआ। समाजसेवियों की ओर से खिचड़ी बांटी गई। प्रशासन का दावा था कि लाई-चना और फल भी बाढ़ पीडि़तों को दिया गया है। उधर, इसी एरिया के विवेकानंद स्कूल में भी दो परिवार पहुंचे थे। उनके मुताबिक यहां भी शनिवार रात और रविवार सुबह भोजन नहीं बांटा गया था। बॉक्स-1 मोबाइल टायलेट की मांग राहत केंद्रों पर लोगों ने प्रशासन से मोबाइल टायलेट भी उपलब्ध कराने की मांग की है। उनका कहना है कि स्कूल में बना एक टॉयलेट सैकड़ों के लिए पर्याप्त नही है। इसलिए प्रशासन को बिना देरी किए मोबाइल टायलेट उपलब्ध करा देना चाहिए। ऐसा न होने पर गंदगी फैलने की आशंका रहेगी। बॉक्स-2 डीएम ने दौरा कर जनता से की अपील- फोटोडीएम भानुचंद्र गोस्वामी ने निर्देश जारी किया कि जहां मकानों में पानी घुस गया है वहां के लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जाए। उन्होंने बाबा चौराहा के पास स्थित ऋषिकुल विद्यालय में बनाए गए बाढ़ राहत शिविर का निरीक्षण किया। इसके बाद गंगानगर इलाके में पानी में डूबे मकानों का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि राहत केंद्रों और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जनता को दी जाने वाली सुविधाओं में लापरवाही बरतने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मौके पर एडीएम एफआर एमपी सिंह सहित एसडीएम सदर भी उपस्थित रहे।
कॉलिंग घर में पानी भर जाने के बाद सबकुछ छोड़कर भागना पड़ा है। अभी काफी सामान फंसा हुआ है। लेकिन जाने की हिम्मत नहीं है। छत पर सामान को सुरक्षित रख दिया है। -अंशो देवी बाढ़ ने काफी नुकसान पहुंचाया। जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। पूरा परिवार यहां पड़ा है। सुबह से केवल खिचड़ी खाई है। सरकारी खाने का इंतजार हो रहा है। -दिनेश काम-धंधा छूट गया है। बच्चों की पढ़ाई डिस्टर्ब है। लेकिन अभी भी नदियों में पानी बढ़ रहा है। अब इंतजार कर रहे हैं कि जब पानी कम होगा तब घर वापस जाएंगे। -अवधेशडीएम साहब दौरे पर आए थे तो उनको परेशानियों की जानकारी दी गई है। उन्होंने यहां तैनात अधिकारियों को सभी सुविधाएं मुहैया कराने के आदेश दिए हैं। देखना है सुविधाएं कब तक पहुंचती हैं।
-अहमद अली, पूर्व पार्षद