Nirbhaya Case में दिल्ली की एक अदालत द्वारा तीसरा डेथ वारंट जारी होने के बाद से चारों दोषी काफी असहज महसूस कर रहे हैं। दोषी विनय ने तो बीते सोमवार को दीवार में अपना सिर पटक लिया है। तिहाड़ जेल प्रशासन का कहना है कि उसे हल्की चोटें आई हैं। चारों दोषियों को 3 मार्च को सुबह छह बजे फांसी होनी है।

कानपुर। Nirbhaya Case देश को झकझोर कर रख देने वाले निर्भया सामूहिक दुष्कर्म एवं हत्या के मामले में हाल ही में चारो दोषियों के खिलाफ तीसरा डेथ वारंट जारी हुआ है। नए डेथ वारंट के हिसाब से निर्भया सामूहिक दुष्कर्म मामले के चारों दोषियों को नींद नहीं आ रही है। विनय कुमार शर्मा (26), अक्षय कुमार सिंह (31),पवन सिंह (25) और मुकेश सिंह (32) काफी घबराए हुए हैं। न्यूज एजेंसी एएनआई के एक ट्वीट के अनुसार तिहाड़ जेल अधिकारियों ने बताया कि दोषी विनय कुमार शर्मा ने तो खुद को चोट पहुंचाई है।

Tihar Jail official: One of the death row convicts of 2012 Delhi gang-rape case, Vinay had attempted to hurt himself by banging his head against a wall in his cell, on 16th February. He had received minor injuries.
The four convicts of the case will be executed on 3rd March.

— ANI (@ANI) February 20, 2020दोषी विनय को हल्की चोंटे आई हैं

तिहाड़ जेल में बंद दोषी विनय ने बीती 16 फरवरी को अपने सेल की एक दीवार पर अपना सिर पीटकर खुद को चोट पहुंचाने का प्रयास किया था। हालांकि सुरक्षा कर्मियों ने उसे तुरंत पकड़ लिया था। इस दाैरान उसे हल्की चोंटे आई हैं। विनय को तुरंत इलाज दिया गया है। विनय की इस हरकत के बाद से जेल प्रशासन ने उसकी निगरानी और ज्यादा कड़ी कर दी है। इतना ही नहीं दोषी अक्षय कुमार सिंह, पवन सिंह और मुकेश सिंह की भी सुरक्षा और बढ़ा दी गई है। चारों दोषियों को 3 मार्च को सुबह छह बजे फांसी दी जाएगी।

3 मार्च सुबह छह बजे होगी फांसी

बीती 16 फरवरी, सोमवार को दिल्ली की एक अदालत ने निर्भया मामले के चारों दोषियों के खिलाफ नया डेथ वारंट जारी कर कहा था कि सभी दोषियों को 3 मार्च को सुबह छह बजे फांसी दी जाएगी। अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश धर्मेंद्र राणा ने मृत्युदंड के दोषियों - मुकेश कुमार सिंह, पवन गुप्ता, विनय कुमार शर्मा और अक्षय कुमार (31) के खिलाफ नए वारंट जारी किए। अदालत निर्भया के माता-पिता और दिल्ली सरकार की अर्जी पर सुनवाई कर रही थी और सभी दलीलों को सुनने के बाद दोषियों के खिलाफ डेथ वारंट जारी किया।

इस केस ने देश को झकझोर कर रखा था

बता दें कि 16 दिसंबर, 2012 की रात को दिल्ली में एक चलती बस में 23 साल की पैरामेडिकल छात्रा के साथ 6 लोगों ने सामूहिक दुष्कर्म करने के साथ ही उसे चलती बस से बाहर फेंक दिया था। उपचार के दाैरान पीड़िता की माैत हो गई थी। इस मामले के 6 दोषियों में दोषी आरोपी राम सिंह था, जो तिहाड़ जेल में कथित तौर पर आत्महत्या कर चुका है। एक अन्य आरोपी किशोर को किशोर न्याय बोर्ड ने दोषी ठहराया था। वह तीन साल तक सुधार गृह में रहने के बाद रिहा हो गया था। निर्भया कांड ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था।

Posted By: Shweta Mishra