उत्‍तराखंड में राजनीतिक उथल पुथल के बीच बिहार के मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार में केंद्र में सत्‍ता धारी भाजपा पर निशाना साधते हुए गंभीर आरोप लगाये हैं। नीतीश ने उत्‍तराखंड के वर्तमान संकट का जिम्‍मेदार भाजपा को बताते हुए खरीद फरोख्‍त का शक तो जाहिर किया ही है साथ ही दसवीं अनुसूची के विपरीत काम करने का आरोप भी लगाया है।


संविधान की दसवीं अनुसूची को ही समाप्त कर दे भाजपा उत्तराखंड में चल रहे राजनीतिक संकट पर टिप्पणी करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि उत्तराखंड में भाजपा देश के संविधान के खिलाफ काम कर रही है। जब ऐसा ही करना है तो इससे अच्छा होता कि भाजपा संविधान की दसवीं अनुसूची को ही समाप्त कर देती। मुख्यमंत्री ने उत्तराखंड की राजनीतिक संकट के लिए बीजेपी को जिम्मेवार ठहराते हुए कहा कि भाजपा को भारतीय संविधान की दसवीं अनुसूची को ही हटा देना चाहिए और देश में दल-बदल विरोधी कानून को भी खत्म कर देना चाहिए ।संविधान का मजाक ना उड़ायें
नीतीश ने कहा कि इससे बड़ा मजाक नहीं हो सकता है कि भाजपा के लोग उत्तराखंड में विधायकों को तोड़ने का काम कर रहे हैं। यह संविधान का मजाक है। उन्होंने कहा कि किसी भी स्तर से इसे जायज नहीं ठहराया जा सकता है। मुख्यमंत्री रविवार को बिहार चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज में पत्रकारों से बात कर रहे थे। ज्ञात हो कि उत्तराखंड में कांग्रेस की सरकार है और वहां उसके कुछ विधायक बागी तेवर अपनाए हुए हैं। इसको लेकर वहां की राज्य सरकार को विधानसभा में बहुमत साबित करने को कहा गया है। इधर कांग्रेसियों का आरोप है कि यह सारा खेल भाजपा का किया धरा है । मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि भाजपा वहां दल-बदल को प्रोत्साहित कर रही है। अगर इसे प्रोत्साहित ही करना है तो दल-बदल कानून को ही संविधान से हटा देना चाहिए।

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Posted By: Molly Seth