ताजमहल के हिंदू मंदिर होने को लेकर काफी पहले से बहस होती आई है। लेकिन केंद्र सरकार इस दावे से अलग अपना पक्ष रख चुकी है। सरकार ने माना कि ताजमहल के मंदिर होने को कोई प्रमाण नहीं मिला है।

ताजमहल को हिंदू मंदिर घोषित होने की मांग
ताजमहल को लेकर चल रहे विवाद के बीच सरकार ने साफ किया है कि उसे ताजमहल के मंदिर होने के कोई साक्ष्य नहीं मिले हैं। संस्कृति मंत्री महेश शर्मा ने ये भी कहा कि ताजमहल पर हुए इस पूरे विवाद के बाद भी ताजमहल देखने के लिए आने वाले सैलानियों की संख्या में कोई कमी नहीं आई है। गौरतलब है कि आगरा की अदालत में एक याचिका दायर की गई है, जिसमें ताजमहल को हिंदू मंदिर घोषित करने और उसमें हिंदुओं को पूजा करने का अधिकार देने की मांग की गई है। महेश शर्मा ने ये भी कहा कि देश में बढ़ती असहिष्णुता के मसले पर लेखकों और कलाकारों द्वारा अवॉर्ड लौटाए जाने से संबंधित सवालों के जवाब भी दिए।
असहिष्णुता पर क्या है कहना
शर्मा ने कहा, साहित्य अकादमी ने कार्यकारिणी बोर्ड की एक विशेष बैठक बुलाई जिसमें एक प्रस्ताव पारित कर किसी भी लेखक या कलाकार पर हमला किए जाने या उनकी हत्या किए जाने की निंदा की और अवॉर्ड लौटा चुके लेखकों से अपने फैसले पर पुनर्विचार करने का आग्रह भी किया। महेश शर्मा द्वारा लोकसभा में दी गई जानकारी के मुताबिक, अब तक 39 लेखकों ने अपने अवॉर्ड साहित्य अकादमी को लौटा दिए हैं, जबकि एक कलाकार ने अपना अवॉर्ड ललित कला अकादमी को लौटाया है।

inextlive from India News Desk

 

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari