- जिले में तीन लाख से ज्यादा हैं राशन कार्डधारक

- जिला पूर्ति विभाग ने चीनी देने से किया इनकार

DEHRADUN: जिले के तीन लाख से भी ज्यादा राशन कार्डधारकों को अब सरकारी सस्ते गल्ले की चीनी नहीं मिलेगी। बताया जा रहा है कि सरकार के पास चीनी का पर्याप्त कोटा नहीं है। जिला पूर्ति अधिकारी ने चीनी न मिलने की बात की पुष्टि की है।

साढ़े क्फ् रु। किलो मिलती थी चीनी

सरकार ने जिले के एपीएल,अंत्योदय,बीपीएल, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कार्डधारकों के लिए सस्ती चीनी बंद कर दी है। हालांकि, पिछले वर्ष तक सरकार सभी कार्डधारकों को साढ़े क्फ् रुपए प्रति किलो के हिसाब से चीनी दे रही थी। चीनी का कोटा न मिलने के कारण सरकार ने अब चीनी बंद करने का फैसला लिया है।

क्000 टन चीनी होती थी वितरित

जिला पूर्ति विभाग की मानें तो प्रतिमाह जिले की म् तहसील चकराता ,देहरादून, कालसी, ऋषिकेश, त्यूणी, विकासनगर में एपीएल के क्म्88म्म्, अंत्योदय के क्भ्08ब्, बीपीएल के फ्ख्7ब्9, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा के क्7ब्म्म्7 के कार्डधारकों को एक हजार टन चीनी वितरित की जाती थी।

एपीएल को गेहूं-चावल महंगा

इधर सरकार ने सभी कार्डधारकों की चीनी का कोटा बंद कर दिया है तो उधर एपीएल कार्डधारकों के लिए गेहूं-चावल के दामों में इजाफा कर दिया है। पहले एपीएल कार्डधारकों को 9 रुपये प्रति किलो के हिसाब से चावल दिया जाता था, जिसका रेट बढ़ाकर अब क्भ् रुपए प्रति किलो कर दिया गया है। वहीं, ब् रुपए प्रति किलो दिया जाने वाला गेहूं अब एपीएल कार्डधारकों को साढ़े 8 रुपए प्रति किलो की दर से मिलेगा।

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प्रयाप्त कोटा न मिलने के कारण सरकार ने राशन कार्डधारकों के लिए चीनी का वितरण बंद कर दिया है। जिले में तीन लाख से ज्यादा राशन कार्डधारक हैं, जिन्हें अब चीनी का वितरण नहीं किया जाएगा।

पीएस पांगती,डीएसओ,देहरादून

Posted By: Inextlive