GORAKHPUR : मेरठ के एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज में फ्रीडम फाइटर आश्रित बनकर एडमिशन लेने के मामले में जांच को लटकाने की कोशिश शुरू हो गई है. हलका लेखपाल से रिपोर्ट मिलने के बाद भी कानूनगो अभी अपनी रिपोर्ट नहीं दे सके हैं. फ्राइडे को कानूनगो का मोबाइल स्वीच ऑफ होने से बात नहीं हो सकी. देर शाम तक एसडीएम के पास रिपोर्ट नहीं पहुंच सकी थी.


एक पूर्व मंत्री ने मामले में किया हस्तक्षेप फ्रीडम फाइटर का सर्टिफिकेट को लेकर हाय तौबा मची है। एक तरफ राजस्व कर्मचारी जहां मामले को लेट लतीफ बनाने में लगे हैं। वहीं आरोपी पक्ष भी खुलकर सामने नहीं आ रहा है। अब यह भी चर्चा होने लगी है कि डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन पर दबाव बनाने के लिए पूर्व मंत्री मामले में हस्तक्षेप कर रहे हैं। पूर्व मंत्री की वजह से मामले की जांच कहीं न कहीं प्रभावित हो रही है। जब सब कुछ सही, जांच में विलंब क्यों
जांच में देरी होने से संदेह की पुष्टि होती जा रही है कि कहीं न कहीं कोई गड़बड़ी जरूर की गई है। सही सर्टिफिकेट होता तो अब तक जांच भी पूरी कर ली गई होती। खुद को फ्रीडम फाइटर का असली वारिस बताने वाले भी अब कतरा रहे हैं। वे मीडिया से बात करने से परहेज करने लगे हैं। पहले उन्होंने जोर- शोर से आरोप लगाया। भावावेश में यहां तक कह दिया कि कोई भी मैनेज हो जाएगा। लेकिन अब वे लोग भी मामले से पीछा छुड़ाने में लगे हैं। मामले की जांच रिपोर्ट अभी नहीं मिली है। हो सकता है कि डाक से आई हो। इसके बारे में जानकारी करने के बाद ही कुछ कह पाऊंगा।


अमित किशोर, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट-एसडीएम सदर

Posted By: Inextlive