- होली के दिन पुलिस व्यवस्था रही फेल

- तैयारियों के बाद भी रोड से नदारद रही पुलिस

- ब्रीथ एनलाइजर का यूज तक नहीं किया गया

LUCKNOW: होली के दिन 18 लोग एक्सीडेंट में अपनी जान गवां बैठे और चार लोगों की होली के हुड़दंग के दौरान मामूली कहासुनी में मौत हो गई। मगर पुलिस की निगाह में एक भी घटना सामने नहीं आई। दो दिन के त्योहार पर पुलिस ने ड्रंकेन ड्राइव के मामले में एक भी चालान नहीं किया। एक बार फिर ब्रीथ एनलाइजर पुलिस की शेफ में शोभा बढ़ता रहा। जबकि होली के पहले कप्तान ने तैयारियों का दम भरा था। होली के रंग में भंग डालने वालों को रोकने के लिए खुद पुलिस रोड से नदारद रही।

होली से पहले पुलिस ने की थी तैयारियां

होली के दो दिन के त्योहार पर लोगों ने रोड पर जमकर मस्ती की। इस दौरान कई एक्सीडेंट भी हुए। रोड हादसे में करीब 18 लोगों की मौत हो गई और दर्जनों लोग घायल हो गये। सरकारी और प्राइवेट हॉस्पिटल में दर्जनों लोग अभी तक इलाज करा रहे हैं। होली पर पुलिस ने तैयारियों का दम भरा था। गश्त के साथ-साथ रंग खेलने की टाइमिंग और ड्रंकेन ड्राइव पर कार्रवाई का निर्देश भी जारी किया था।

संसाधन हैं, लेकिन निकले नहीं

राजधानी पुलिस के पास 18 ब्रीथ एनलाइजर मशीन हैं। हालांकि इन मशीनों का यूज पुलिस शायद ही कभी करती है। केवल न्यू ईयर (साल में एक दिन) इन मशीनों की खानापूर्ति होती है। राजधानी पुलिस के अनुसार, होली के दिन ड्रिंक करके किसी ने ड्राइव नहीं किया। इसके चलते ही पुलिस ने ड्रंकेन ड्राइव का न तो अभियान चलाया और न ही ब्रीथ एनलाइर का यूज किया गया। हालांकि अकेले लखनऊ में होली के दिन करीब 12 करोड़ की शराब बिक गई।

सड़क से नदारद रही पुलिस

होली के पहले सुरक्षा व्यवस्था और शांतिपूर्ण तरीके से त्योहार निपटाने के लिए पुलिस ने बड़ी-बड़ी तैयारी की थी। गश्त के साथ पुलिस पिकेट प्वाइंट भी बनाये गये थे। कुछ अहम जगहों के अलावा शायद ही कहीं रोड पर पुलिस नजर आई। हुड़दंग करने वालों की धरपकड़ भी नहीं हुई। जबकि हर साल ड्रंकेन ड्राइव और हुड़दंग करने वालों की गिरफ्तारी भी पुलिस करती थी। खुद पुलिस के अफसर भी मानते हैं कि कई प्वाइंट पर पुलिस गायब मिले।

Posted By: Inextlive