डॉक्टर्स की कमी को देखते हुए शासन ने दिए निर्देश

मेडिकल ऑफिसर भी 2 घंटे की करेंगे ओपीडी

Meerut। डॉक्टर्स की कमी की वजह से सरकारी स्वास्थ्य सेवाएं वेंटिलेटर पर चल रही हैं। इस सेवाओं को संजीवनी देने के लिए शासन ने नई पहल की है। इसके तहत अब सीएमओ और बाबूगिरी करने वाले मेडिकल ऑफिसर भी ओपीडी में बैठकर मरीजों की जांच करेंगे। यही नहीं इन सभी को हर महीने देखे गए मरीजों का रिकार्ड भी भेजना होगा।

हफ्ते में तीन दिन ओपीडी

सीएमओ ऑफिस में बैठने वाले सभी मेडिकल ऑॅफिसर्स को हफ्ते में तीन दिन ओपीडी करनी होगी। इसके लिए वह किसी भी सरकारी अस्पताल में जा सकते हैं। ये डॉक्टर्स ओपीडी में कम से कम दो घंटे मरीजों की जांच में देंगे। शासन के निर्देशों के अनुसार सीएमओ को भी ओपीडी में मरीज देखने होंगे। इसके अलावा विभाग के एमओ की निगरानी करेंगे।

भेजना होगा रिकार्ड

शासन के निर्देशों के अनुसार सीएमओ और सभी मेडिकल ऑफिसर्स को अपनी-अपनी ओपीडी की रिपोर्ट भी तैयार करनी होगी । इस रिपोर्ट में हर दिन देखे गए मरीजों की संख्या समेत उनकी पूरी डिटेल शामिल की जाएगी। डॉक्टर्स लापरवाही न बरतें इसलिए ये रिपोर्ट हर महीने शासन को भेजी जाएगी।

ये है स्थिति

मेरठ में मरीज और डॉक्टर्स का रेश्यू पूरी तरह से बिगड़ा हुआ है। हर साल 15 से 20 लाख मरीज सरकारी अस्पतालों में पहुंचते हैं। जिनके इलाज के लिए हेल्थ डिपार्टमेंट के पास सिर्फ 240 डॉक्टर्स ही उपलब्ध हैं। 107 डॉक्टर्स के पद कई साल से खाली हैं। एक्सपर्ट डॉक्‌र्ट्स न होने की वजह से इलाज की क्वालिटी भी जवाब दे गई है। स्थिति ये है कि अगर बीमारियों के मौसम में मरीजों का आंकड़ा थोड़ा भी बढ़ता है तो यहां की स्वास्थ्य सेवाएं जवाब देने लगती है।

यह है स्थिति

जिला अस्पताल

54 पद जिला अस्पताल में डॉक्टर्स के हैं।

25 डॉक्टर्स की कमी बनी है

29 डॉक्टर्स ही उपलब्ध है

9 डॉक्टर्स आईसीयू के लिए चाहिए।

1500 मरीज रोजाना आते हैं जिला अस्पताल में

250 से अधिक बेड हैं अस्पताल में

मेडिकल कॉलेज

172 पद मेडिकल कॉलेज में प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर, असिस्टेंट प्रोफेसर, लेक्चरार के हैं।

44 पद खाली पड़े हुए हैं मेडिकल कॉलेज में

3500 मरीज रोजाना आते हैं मेडिकल कॉलेज में

750 बेड हैं अस्पताल में

महिला जिला अस्पताल

24 पद डॉक्टर्स के हैं।

5 डॉक्टर्स कुल यहां उपलब्ध है।

रोजाना करीब 300 मरीज आते हैं।

100 बेड हैं अस्पताल में

सीएचसी-पीएसची पर भी कम डॉक्टर

182 डॉक्टर्स के पद स्वास्थ्य विभाग के तहत सीएचसी, पीएचसी व अर्बन हेल्थ सेंटर पर हैं।

162 पद ही भरे हुए है।

12 सर्जन चाहिए सिर्फ एक ही सर्जन है।

12 के एवज में एक भी फिजिशयन और रेडियोलॉजिस्ट नहीं हैं।

15 गायनिक के एवज में कुल 4 पोस्टेड हैं।

मरीजों का आंकड़ा

जिला अस्पताल की ओपीडी में आए मरीज

2017-18- 512881

2018-19- 525000 करीब

मेडिकल कॉलेज की ओपीडी में आएं मरीज

2017-18- 687561

2018-19- 950424

शासन की ओर से सीएमओ ऑफिस में कार्यरत डॉक्टर्स को भी ओपीडी करने के निर्देश दिए गए हैं। शासन के निर्देशों को अमल में लाया जा रहा है। ओपीडी की व्यवस्था जल्द लागू कर दी जाएगी।

डॉ। राजकुमार, सीएमओ

Posted By: Inextlive