आई स्पेशल

---दून में एक क्लिक पर होगा पासपोर्ट का वेरिफिकेशन---

- पासपोर्ट के लिए एप्लाई किया है तो अब वेरिफिकेशन की चिंता छोडि़ए

- एलआईयू टैबलेट से करेगी पासपोर्ट का होम वेरिफिकेशन

- 1500 पासपोर्ट हर महीने बनाए जाते हैं दून में

- 50 से भी ज्यादा पासपो‌र्ट्स का होता है रोज वेरिफिकेशन

- 8 टैबलेट के साथ इंटेलिजेंस हेडक्वार्टर ने दून में शुरू की पहल

riyank.mohan@inext.co.in

DEHRADUN: अगर आपने हाल में ही पासपोर्ट एप्लाई किया है, तो अब वेरिफिकेशन की चिंता छोड़ दीजिए। यह इसलिए क्योंकि इंटेलिजेंस हेडक्वार्टर ने एप्लीकेंट वेरिफिकेशन की हाइटेक तकनीक अमल में लाई है। इस तकनीक के जरिए पासपोर्ट एप्लाई करने वाले कैंडिडेट का वेरिफिकेशन टैबलेट के जरिए एक टच में हो जाएगा। देहरादून में यह प्रक्रिया ख्0 दिसंबर से शुरू कर दी गई है। आईजी इंटेलिजेंस एपी अंशुमन ने बताया कि फिलहाल देहरादून में पायलट प्रोजेक्ट के तहत यह पहल शुरू की गई है। फीडबैक के आधार पर बाकी जिलों में इसे जल्द लागू किया जाएगा।

भ्0 से 70 वेरिफिकेशन रोज

दरअसल राजधानी दून में हर दिन भ्0 से 70 पासपोर्ट वेरिफिकेशन के लिए आते हैं। इसके लिए लोकल इंटेलिजेंस यूनिट (एलआईयू) को हर एप्लीकेंट के वेरिफिकेशन के लिए घर-घर जाना पड़ता है। विदेश मंत्रालय द्वारा दिए गए क्ख् बिन्दुओं पर इंटेलिजेंस के कर्मचारियों को जांच करनी होती है। इसका मैनुअल फार्म होता है और पूरी प्रक्रिया में क्0 से क्भ् दिन का भी समय लगता है, लेकिन अब ऑनलाइन वेरिफिकेशन सिस्टम के तहत इंटेलिजेंस हेडक्वार्टर ने देहरादून में एक पायलट प्रोजेक्ट के रूप में इस पहल की शुरुआत की है।

अब ऐसे होगा वेरिफिकेशन

आईजी इंटेलिजेंस एपी अंशुमन ने बताया कि इसके तहत अब एलआईयू के लगभग सभी कर्मचारियों का लॉग इन और पासवर्ड तैयार किया गया है। जो भी जांच अधिकारी घर पर वेरिफिकेशन के लिए जाएगा, उसे अपनी आईडी के जरिए 'एम-पासपोर्ट' ऐप पर अब सिर्फ क्0 प्वांइंट्स पर ही वेरिफिकेशन भरना होगा। इसके साथ टैबलेट के जरिए फोटो भी मौके पर ही खींची जा सकती है। उन्होंने बताया कि सुरक्षा के मद्देनजर यह पहल शुरू की गई है। इसके जरिए पासपोर्ट वेरिफिकेशन के दौरान होने वाले गोलमाल पर भी नजर रहेगी।

क्या होगा जनता को फायदा

देहरादून में ऑनलाइन पासपोर्ट वेरिफिकेशन का जनता को सबसे ज्यादा फायदा होगा। देहरादून में एलआईयू प्रभारी योगेश चंद्र ने बताया कि पहले मैनुअल प्रक्रिया के जरिए वेरिफिकेशन कराया जाता था। इस प्रक्रिया में पासपोर्ट वेरिफिकेशन का क्0 से क्भ् दिन का समय लगता था। लेकिन, अब कुछ घंटों में ही पासपोर्ट की इंक्वायरी ऑनलाइन फीड हो जाएगी। हालांकि फिलहाल मैनुअल प्रक्रिया भी जारी रखी जाएगी।

बाकी जिलों में भी होगी शुरुआत

इंटेलिजेंस प्रमुख एपी अंशुमन ने बताया कि उत्तराखंड के बाकी जिलों में इस प्रक्रिया को शुरू किया जाएगा। दरअसल पूरे प्रदेश में व्यवस्था लागू करने में बजट की कमी आड़े आ रही है। उन्होंने बताया कि दून में प्राइवेट फंड के जरिए 8 टैबलेट खरीदे गए हैं।

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यह पहल दून में सबसे पहले पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू की गई है। सुरक्षा के लिहाज से भी दून में यह जरूरी था।

- एपी अंशुमन, आईजी इंटेलिजेंस, उत्तराखंड।

Posted By: Inextlive