भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा बिजली उत्पादक देश बन गया है। इस मामले में भारत ने जापान और रूस को पीछे छोड़ दिया है। साल 2017 तक जारी की गई एक रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत में बिजली का उत्पादन इन सात सालों में करीब 34 परसेंट तक बढ़ा है। वहीं रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि सात साल पहले जापान भारत से 27 परसेंट और रूस 8.77 परसेंट अधिक बिजली उत्पादन करते थे।


भारत करता है इतना बिजली उत्पादनवाणिज्य मंत्रालय द्वारा स्थापित एक ट्रस्ट, इंडिया ब्रैंड इक्विटी फाउंडेशन (IBEF) ने हाल ही में एक रिपोर्ट जारी की है, जिसमें दुनियाभर में सबसे अधिक उत्पादन होने वाली बिजली का जिक्र किया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक वित्त वर्ष 2016 में 1,423 बिलियन यूनिट उत्पादन के साथ भारत दुनिया में तीसरा सबसे बड़ा उत्पादक और सबसे बड़ा कंज्यूमर बन गया है। इस मामले में चाइना पहले और अमेरिका अभी दूसरे स्थान पर है। चाइना और अमेरिका में बिजली उत्पादन


रिपोर्ट के मुताबिक वित्त वर्ष 2016 में 6,015 बिलियन यूनिट उत्पादन के साथ चीन दुनिया में पहले और अमेरिका 4,327 बिलियन यूनिट उत्पादन के साथ दुनिया में दूसरे स्थान पर है। वहीं जापान और रूस की बात करें तो रूस 1,088 बिलियन यूनिट बिजली उत्पादन के साथ चौथे नंबर पर है, जबकि जापान इस मामले में 1,013 बिलियन यूनिट उत्पादन के साथ पांचवें नंबर पर है। 100 गीगावॉट तक बिजली क्षमता

भारत, साल 2017 और 2022 के बीच लगभग 100 गीगावॉट तक बिजली क्षमता बढ़ाने की कोशिश कर रहा है, जिसके लिए सरकार हाइड्रो, गैस और नवीनीकृत उर्जा स्रोतों से बजली बनाने पर ध्यान केंद्रित करेगी। इसके अलावा भारत साल 2022 तक लगभग 60 गीगावॉट विंड एनर्जी और लगभग 100 गीगावॉट सौर ऊर्जा बनाने की योजना पर काम रहा है।

Posted By: Mukul Kumar