- 2016 से अब तक के केस पर काम

- 107 केस पर काम शुरू

- 01 माह में चार्जशीट का लक्ष्य

- अब 91 केस बचे हैं, जिन पर काम जारी

mayank.srivastava@inext.co.in

LUCKNOW : नाबालिगों के खिलाफ रेप और यौन शोषण के लिए बने पॉक्सो एक्ट के तहत दर्ज केस में अब न्याय मिलने में देर नहीं होगी। इसके लिए लखनऊ में कमिश्नरी सिस्टम में पुलिस अब अपनी कार्यप्रणाली में बदलाव करने जा रही है। जल्द से जल्द न्याय के लिए ऐसे मामलों की जिम्मेदारी वूमेन क्राइम सेल को सौंपी गई है। 2016 से अब तक पॉक्सो एक्ट के तहत जिन केस में चार्जशीट दाखिल नहीं हुई है उनमें से करीब 107 केस पर वूमेन क्राइम सेल ने काम करना शुरू कर दिया है। एक माह के भीतर रिजल्ट भी सामने आ जाएगा।

तेजी से जारी है काम

डीसीपी वूमेन क्राइम शालिनी ने बताया कि पॉक्सो एक्ट के वह मामले जिनमें किन्हीं कारणों से अब तक चार्जशीट दाखिल नहीं हो सकी। एक मार्च से उन केस पर कार्रवाई शुरू की गई है और अब कुल 91 केस बचे हैं, जिसमें लगातार काम किया जा रहा हैं। कई केस ऐसे है जिसमें वादी और प्रतिवादी का पता नहीं है। उनके बारे में भी पड़ताल की जा रही हैं।

आईओ संग मिलकर काम

शालिनी ने बताया कि सभी केस के आईओ (विवेचना अधिकारी) के साथ मीटिंग करके केस की स्थिति के बारे में रिपोर्ट तैयार की गई। कई केस में लीगल एडवाइजर से भी मदद ली जा रही है। केस की विवेचना को तेज करने के साथ पीडि़त पक्ष के बयान की भी कार्रवाई लगातार की जा रही हैं। ताकि जल्द से जल्द उन्हें कोर्ट में दाखिल किया जा सके।

एक माह का लक्ष्य

- पॉक्सो एक्ट के तहत दर्ज केस में एक माह के भीतर चार्जशीट दाखिल का प्रयास किया जा रहा है।

- इसके वूमेन सेल में दो एसीपी और जोन वाइस एक सब इंस्पेक्टर भी काम कर रहे हैं।

- कोर्ट में चार्जशीट दाखिल करने के साथ-साथ ट्रायल के दौरान पैरवी के लिए भी वूमेन क्राइम सेल की टीम काम कर रही हैं।

दो केस बने नजीर

- सआदतगंज में बच्ची की रेप के बाद हत्या के मामले में पुलिस ने महज छह दिन में चार्जशीट दाखिल की थी।

- मडि़यांव में साढ़े चार माह की बच्ची से रेप के बाद हत्या के मामले में पुलिस ने सात दिन में ही चार्जशीट दाखिल की थी।

कोट-

अभी 107 केस को सूची बनाई गई है और सभी केस में उनके आईओ से मीटिंग कर कार्रवाई शुरू कर दी गई है। कोशिश है कि एक माह में टारगेट को पूरा कर आरोपियों के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की जा सके। चार्जशीट दाखिल के साथ कोर्ट में होने वाले ट्रायल में भी पैरवी की जाएगी।

- शालिनी, डीसीपी, वूमेन क्राइम

Posted By: Inextlive