कानूनी लड़ाई से थकी माइक्रोसाफ्ट और गूगल हुईं सुलह को तैयार, जानें क्या था पूरा मामला
अन्य क्षेत्रों में भी सहयोग करेंगे
पेटेंट को लेकर लंबे समय से कानूनी जंग में उलझीं देश की दो दिग्गज कंपनियां माइक्रोसाफ्ट और गूगल अब सुलह की राह पर आ गई हैं। हालांकि इस सहमति के ब्योरे का अभी पूरा खुलासा नहीं किया गया है। इस मामले को लेकर बस अब माइक्रोसॉफ्ट और गूगल ने एक संयुक्त बयान जारी किया है। जिसमें दोनों का कहना है कि "दोनों कंपनियां एक-दूसरे के खिलाफ पेटेंट उल्लंघन के सभी मामले खत्म करेंगी। ये कदम दोनों ही कंपनियों के लिए फायदेमंद साबत होंगे। इतना ही नहीं इस दौरान यह भी साफ किया है कि इसमें मोटोरोला मोबिलिटी से संबंधित मामले भी सुलझ जाएंगे। वहीं कुछ पेटेंट मामलों पर माइक्रोसॉफ्ट और गूगल अलग-अलग सहयोग करने पर भी सहमत हुए हैं। इतना ही नहीं इस दौरान यह भी ऐलान किया है कि अगर उनके आपसी सहयोग से उनके ग्राहकों को लाभ होता है कि तो वे भविष्य में अन्य क्षेत्रों में भी सहयोग करने करेंगे।पेटेंट अपने पास रख लिए थे
सूत्रों की मानें तो गूगल ने मोटोरोला मोबिलिटी को 2.9 अरब डॉलर के सौदे में चीन की कंप्यूटर दिग्गज लेनोवो को बेच दिया था, लेकिन इस दौरान गूगल ने थोड़ी सी चालाकी दिखाई थी। उसने पेटेंट अपने पास रख लिए थे। वहीं माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्य नडेला ने हाल ही में कंपनी के एप्लीकेशंस और क्लाउड सेवाओं को सभी मोबाइल डिवाइस रन करने का ऐलान किया है। इसमें गूगल समेत सभी कंपनियों के मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम शामिल हैं। जिससे माइक्रोसॉफ्ट गूगल के यूट्यूब जैसे प्लेटफॉर्मों की मदद से अपने विंडोज स्मार्टफोन और टैबलेट को यूजर्स के बीच और लोकप्रिय बनाना चाहती है। ऐसे में इन दोनों टेक्नोलॉजी दिग्गजों ने एक-दूसरे के खिलाफ पेटेंट उल्लंघन से जुड़े सभी मामले वापस लेना ही बेहतर समझा। इंटरनेट आधारित मोबाइल उपकरणों, वाईफाई और डिजिटल वीडियो के लिए टेक्नोलॉजी सुइट्स के पेटेंट को लेकर कानूनी लड़ाई दोनों को नुकसान हो रहा था।
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