नए साल से दिल्‍ली में ऑड-ईवन फॉर्मूला लागू होने जा रहा है। दिल्‍ली हाईकोर्ट ने आज केजरीवाल सरकार से पूछा है कि महिलाओं और टू-व्‍हीलर्स को ऑड-ईवेन से क्‍यों अलग रखा गया है।

1 जनवरी से होगी शुरुआत
दिल्ली सरकार ने वाहनों के लिए लागू किए जाने वाले सम-विषम फॉर्मूले के पहले चरण में 1-15 जनवरी के दौरान राजधानी की सड़कों पर छह हजार अतिरिक्त बसों को उतारने की घोषणा की है। इनमें से दो हजार बसें स्कूलों की होंगी। इस पर असहमति जताते हुए पब्लिक स्कूल एसोसिएशन ने दिल्ली होईकोर्ट में याचिका दायर की है। इस पर आज सुनवाई होगी।

ईएमयू के बढ़ाए जाएंगे फेरे

गौरतलब है कि दिल्ली सरकार ने ऑड-ईवन फॉर्मूले का एलान करने के साथ स्कूल बसों को भी इसमें लगाने की घोषणा की थी।दिल्ली सरकार ने कहा था कि बसों में से 50 फीसदी सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित होंगी। इसके साथ ही ऑटो की संख्या भी दोगुनी करने की बात कही गई है। सार्वजनिक सेवाओं के विस्तार के तहत रेलवे से ईएमयू की फेरे बढ़ाने पर भी बात हो रही है। गाड़ियों के प्रदूषण सर्टिफिकेट की जांच और मजबूत तरीके से की जाएगी। कूड़ा जलाने पर 5 हजार रुपये का चालान किया जाएगा। दिल्ली के परिवहन मंत्री गोपाल राय ने कहा था कि 2,000 सीएनजी स्कूल बसों में करीब 50 फीसदी सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित रहेंगी।

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Posted By: Abhishek Kumar Tiwari