कोरोना वायरस संकट के बीच नेशनल टेस्टिंग एजेंसी NTA द्वारा 1-6 सितंबर को JEE मेन और 13 सितंबर को NEET आयोजन को लेकर देश के कई राज्यों में विरोध हो रहा है। इस बीच ओडिशा में राज्य सरकार ने नीट और जेईई के आवेदकों को मुफ्त आवास और परिवहन की व्यवस्था की जाएगी। उनके लिए इंजीनियरिंग कॉलेज हॉस्टल / आईटीआई खोले जाएंगे।


भुवनेश्वर (एएनआई)। ओडिशा सरकार ने राज्य में संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) और राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) के आवेदकों को मुफ्त परिवहन और आवास प्रदान करने का फैसला किया है। राज्य के मुख्य सचिव असित त्रिपाठी ने बताया कि जेईई मुख्य परीक्षा के लिए कुल 37,000 छात्र उपस्थित होंगे और उसके लिए, सात शहरों में कुल 26 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के निर्देशानुसार, जो छात्र परीक्षा के लिए उपस्थित हो रहे हैं। उन्हें परिवहन और आवास की आवश्यकता है। ऐसे में राज्य सरकार द्वारा समान सुविधाएं मुफ्त में प्रदान की जाएंगी। उन्होंने कहा, जिला प्रशासन को लॉक और शटडाउन के कारण किसी भी बाधा के बिना उम्मीदवारों और उनके माता-पिता को मूवमेंट को सुविधाजनक बनाने की सलाह दी गई है। नीट और जेईई के आवेदकों को मुफ्त आवास देंगे
राज्य के होटलों के बारे में बोलते हुए, ओडिशा के मुख्य सचिव ने कहा वर्तमान में कोविड-19 के कारण होटल एक्टिव नहीं हैं। इसलिए मुख्यमंत्री ने आदेश दिया है कि इंजीनियरिंग कॉलेज हॉस्टल / आईटीआई खोले जाएंगे और वे नीट और जेईई के आवेदकों को मुफ्त आवास प्रदान करेंगे। मुख्यमंत्री ने छात्रों और उनके अभिभावकों की मदद के लिए हर जिले में नोडल केंद्र खोलने का भी निर्देश दिया है। उम्मीदवारों को अपने परिवहन और आवास आवश्यकताओं के बारे में नोडल केंद्रों को सूचित करना होगा। एग्जाम पोस्टपोन को लेकर सीएम ने पीएम से की थी बातबता दें कि हाल ही में मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री को पत्र लिखा था और नीट और जेईई परीक्षा स्थगित करने के लिए प्रधानमंत्री से बात की थी। इसके अलावा शुक्रवार को कांग्रेस पार्टी और इसकी छात्र शाखा - नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया के सदस्यों ने सितंबर में जेईई और एनईईटी आयोजित करने के केंद्र के फैसले के खिलाफ देश भर में विरोध प्रदर्शन किया था और केंद्र से कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर परीक्षाओं को स्थगित करने की मांग की थी। देश के इन राज्यों में एग्जाम को लेकर हुआ विरोधकेंद्र सरकार के एग्जाम कराए जाने के निर्णय के खिलाफ विरोध प्रदर्शन दिल्ली, तमिलनाडु, राजस्थान, कर्नाटक, उत्तराखंड, बिहार, ओडिशा, और गुजरात सहित देश के विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में किए गए।केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने गुरुवार को कहा था कि कोविड-19 महामारी के बीच नीट और जेईई परीक्षा के संचालन के संबंध में छात्रों की सुरक्षा और भविष्य सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने कहा था कि परीक्षा केंद्रों की संख्या बढ़ाने सहित कई कदम उठाए गए थे।

Posted By: Shweta Mishra