मिलिए 'मिस निंबू पानी' के जन्मदाता से
कोलाबा के इस कैफे में मिलेगी इनकी खास कृतियां
कोलाबा में Café Mondegar में लगी उनकी वॉल पेंटिंग (जो कि सिटी लाइफ को दर्शाती है) उतनी ही आकर्षक है, जितना कि कैफे खुद है. यहां कुछ आउटलेट्स ऐसे भी हैं जो विभिन्न स्वरूपों में मिरांडा के प्रिंट को बेचते हैं. इनमें से एक है storyltd.com.
सैफरन आर्ट के चीफ ऑपरेटिंग ऑफीसर नीश भूटानी कहते हैं कि इनके ओरिजनल, लिमिटेड और ओपेन एडीशन प्रिंट्स को कंसिगनर्स की एक श्रेणी से हासिल किया गया है. इस कलेक्शन की सेल बेहतरीन रही है.
भूटानी कहते हैं कि ये भारत की प्रारंभिक अवस्था में संगीत की अपेक्षाकृत अज्ञात उपसंस्कृति को संबोधित करते हुए कुछ छिपे हुए रत्न हैं और इसका हर एक स्केच अपने आप में एक कहानी बयां करता है्. वह कहते हैं कि इसके कई कलेक्शनंस को उन्होंने सेल पर रखा हुआ है. इनमें मारियो मिरांडा की कई एतिहासिक डॉक्यूमेंट्रीज़ भी हैं.
दिखती है गोवा की संस्कृति
भूटानी के अनुसार मिरांडा के अन्य कुछ प्रसिद्ध कार्यों में उनकी गोवा की संस्कृति और उसके सुंदर परिदृश्य पर आधारित आर्ट भी शामिल है. उन्होंने इस जगह को बेहद गहराई के साथ अपनी कला में कैद किया है.
इस क्रम में ज्ञान और आनंद के समंदर में डूबा उनका काम उनके पॉलिटिकल कार्टून्स में साफ झलकता है. मिरांडा के कुछ काम ऐसे भी हैं जो कुछ कम प्रसिद्ध हैं. इनमें उनके ट्रैवेल स्केच शामिल हैं, जो कि न्यूयॉर्क, पेरिस, बर्लिन, लंदन, क्योटो और सिंगापुर जैसी जगहों पर आधारित हैं.
अब गैलरी जल्द ही यहां की-चेन्स, मोबाइल और टेबलेट कवर्स भी बेचना शुरू करेगी. स्टोर की मालिक शबाना चावला बताती हैं कि उनके पास मारियो गैलरी गोवा से लगभग सभी प्रिंट्स और मर्चेन्डाइज़ हैं. वह गैलरी के क्यूरेटर जेरार्ड दा कुन्हा की लीगल कस्टडी से उनके 10,000 कामों का कॉपी राइट ले चुकी हैं.
इतना ही नहीं, यहां आने वाले वो लोग भी जो काटूर्निस्ट को नहीं जानते, वह भी इनके हास्य से काफी प्रभावित होते हैं और इनके कामों से बहुत कुछ सीखते हैं. आखिर में चावला कहती हैं कि वह अब अगले कुछ महीनों में ही साउथ मुंबई में भी बिल्कुल ऐसे ही कियोस्क को खोलने की तैयारी कर रही हैं.
Courtesy by Mid Day
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