-सभी कोर्स के लिए एक साथ शुरू होंगे एडमिशन

- एडमिशन शुरू होने से पहले ही सीटों में होगी बढ़ोतरी

- आठ मई को सेल्फ फाइनेंस कालेजों की होगी बैठक

Meerut : सीसीएसयू से संबंधित कॉलेजों में एडमिशन चाहने वालों के इंतजार का समय खत्म हो चुका है। नए सेशन में स्नातक में एडमिशन के लिए क्भ् जून से ही ऑनलाइन एडमिशन की प्रक्रिया शुरू होने की संभावना है। इससे पहले सभी कालेजों को नौ जून तक अपने टीचर्स एंड सब्जेक्ट सीटों का ब्यौरा देना होगा।

बैठक में हो चुकी है चर्चा

शुक्रवार को विश्वविद्यालय से जुड़े एडेड, राजकीय कालेजों के प्रिंसिपल व प्रवेश समन्वयक के साथ बैठक में प्रवेश को लेकर विस्तार से चर्चा की कई। कुलपति वीसी गोयल की अध्यक्षता में हुई बैठक में प्रवेश को लेकर कई तरह के सुझाव दिए गए। वहीं कंपनी ने प्रजेंटेशन के माध्यम से प्रवेश की सारी प्रक्रिया बताई।

बार-बार नहीं बढ़ेंगी सीटें

विश्वविद्यालय के कुलपति वीसी गोयल ने इस बार साफ कर दिया है कि आनलाइन एडमिशन शुरू होने से पहले कालेजों में शिक्षकों के अनुपात में सीटों का आवंटन कर दिया जाएगा। बार-बार सीट बढ़ोतरी नहीं होगी। यानी एडमिशन शुरू होने से पहले ही सभी कालेजों के उनके आधारभूत ढांचे और शिक्षकों की संख्या के अनुपात में फ्फ् फीसदी सीटों की बढ़ोतरी की जाएगी। इसके लिए कालेजों से नौ जून तक अपने शिक्षकों का ब्यौरा और विषय काम्बिनेशन की जानकारी मांगी गई है। इसके बाद क्भ् जून से विवि के एडमिशन पोर्टल को खोल दिया जाएगा। बैठक में कालेजों के प्राचार्य की ओर से कई तरह के सुझाव भी आए।

यह लोग थे मौजूद

बैठक में कुलपति वीसी गोयल, प्रति कुलपति प्रो। एचएस सिंह, प्रवेश समन्वयक व डीएसडब्लू प्रो। वाई विमला, रजिस्ट्रार प्रभाष द्विवेदी, फाइनेंस आफिसर अनिल कुमार अग्रवाल के अलावा सहारनपुर, गाजियाबाद, बुलंदशहर, हापुड़, मुजफ्फरनगर, बागपत, शामली आदि जिलों के कालेजों के प्रिंसिपल, समन्वयक आदि मौजूद रहे।

एक मोबाइल से दो रजिस्ट्रेशन

इस बार आनलाइन प्रवेश प्रक्रिया में कई चीजें पुरानी हैं तो कुछ बदलाव भी किया गया है। जो चीज पुरानी है, वह है आनलाइन रजिस्ट्रेशन। साथ ही इस बार भी एक छात्र अधिक से अधिक तीन ई- कूपन खरीद पाएगा, एक ई-कूपन पर तीन कालेज का विकल्प चुनने की आजादी है, तीनों कूपन पर अधिकतम नौ कालेज चुने जाएंगे। लेकिन कोई भी छात्र अधिक से अधिक तीन राजकीय या एडेड कालेजों का चुनाव कर सकता है। इसके साथ ही इस बार साइबर कैफे के फर्जीवाड़े को रोकने के लिए एक मोबाइल नंबर के माध्यम से अधिक से अधिक दो रजिस्ट्रेशन किए जाएंगे। आनलाइन रजिस्ट्रेशन करने वाले छात्रों को कोशिश करनी चाहिए कि वह अपना मोबाइल नंबर ही फार्म में डालें। इस बार नंबरों की हेराफेरी रोकने के लिए भी विवि ने पहल की है, जिसमें सीबीएसई, आइएससी, यूपी बोर्ड से रिजल्ट का डाटा लिया जाएगा, जो बगैर नंबर भरे ही रोल नंबर डालते ही रिकार्ड से नंबर ले लेगा। इससे प्रवेश में फर्जी तरीके से नंबर बढ़ाने की स्थिति सामने नहीं आएगी।

Posted By: Inextlive