- भैंस के आगे बीन बजाकर टैक्स बढ़ोत्तरी का किया विरोध

- पार्षदों ने मंडलायुक्त से की नियमावली में संशोधन की मांग

ALLAHABAD: व्यापारियों, सामाजिक संस्थाओं व पार्षदों द्वारा टैक्स बढ़ोत्तरी के विरोध में आंदोलन, प्रदर्शन के बाद भी नगर निगम एडमिनिस्ट्रेशन द्वारा कोई महत्वपूर्ण कदम न उठाए जाने पर विरोध-प्रदर्शन का सिलसिला जारी है। बुधवार को जनहित संघर्ष समिति व बाबा समाज सेवी संस्थान के सदस्यों ने केंद्रीय आवास मंत्री के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए भैंस के आगे बीन बजाकर विरोध जताया। वहीं सर्वदलीय पार्षद समिति के बैनर तले एकजुट हुए पार्षदों ने मंडलायुक्त को ज्ञापन सौंप कर नियमावली में संशोधन किए जाने की मांग की, वह बदलाव के लिए कई प्रस्ताव भी दिए।

दिखाई नहीं दे रहा दर्द

समिति के अध्यक्ष प्रमिल केसरवानी व पार्षद सतीश केसरवानी ने कहा कि नगर विकास मंत्री के साथ ही जिम्मेदार अधिकारी भी टैक्स के मुद्दे पर कान में तेल डाल कर बैठे हैं। आंदोलन व प्रदर्शन के बाद भी कोई निर्णय नहीं ले रहे हैं। नगर विकास मंत्री को टैक्स के बोझ तले दबे व्यापारियों व आम नागरिकों का दर्द दिखाई नहीं दे रहा है। हर जगह-विरोध प्रदर्शन हो रहा है। स्थिति यह हो गई है जनता भैंस के आगे बिन बजा रही है इस दौरान राजेश केसरवानी, लल्लूलाल कुशवाहा, किशोरी लाल, रवि शुक्ला, कुलदीप चौरसिया, जीतू केसरवानी, राजेंद्र यादव, सुशील जैन, विवेक कुमार आदि मौजूद रहे।

छोटे व्यापारियों को मिले राहत

सर्वदलीय पार्षद संघर्ष समिति के तहत एकजुट हुए पार्षदों ने बुधवार को कमिश्नर राजन शुक्ला को मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंप कर सम्पत्ति कर नियमावली 2013 में संशोधन कराए जाने की मांग की। पार्षदों ने नियमावली 2013 में व्यवसायिक 10 कैटेगरी में दो कैटेगरी और जोड़ कर चाय, पान, दूध, साग-सब्जी, स्टेशनरी, धोबी, मांस, मछली, दर्जी आदि की दुकान अपने निजी मकान में 10 प्रतिशत भाग पर कर रहा है तो आवासीय समझा जाए। 30 प्रतिशत भाग में व्यवसाय करता है तो आवासीय का दुगुना टैक्स लगाया जाए। ज्ञापन सौंपने वालों में पार्षद शिवसेवक सिंह, पूर्व पार्षद कमलेश सिंह, चंद्रशेखर बच्चा, उत्तम कुमार, चंद्र प्रकाश आदि शामिल रहे।

Posted By: Inextlive