पाकिस्तान ने प्लास्टिक प्रदुषण के खिलाफ अपनी लड़ाई तेज कर दी है। उसने 18 अंतराष्ट्रीय एयरलाइंसों से फ्लाइट में प्लास्टिक कटलरी और अन्य गैर-बायोडिग्रेडेबल आइटम के उपयोग को रोकने के लिए कहा है।


इस्लामाबाद (पीटीआई)। पाकिस्तान ने प्लास्टिक प्रदुषण के खिलाफ अपनी लड़ाई तेज कर दी है। अब उसने 18 अंतराष्ट्रीय एयरलाइंसों से फ्लाइट में प्लास्टिक कटलरी और अन्य नॉन-बायोडिग्रेडेबल आइटम के उपयोग पर रोक लगाने के लिए कहा है। एविएशन डिवीजन ने एयरलाइंस कंपनियों को निर्देश दिया है कि वह फ्लाइट में कटलरी को प्लास्टिक या पॉलिथीन बैग के बजाय कागज में पैक करें। एविएशन डिवीजन के वरिष्ठ संयुक्त सचिव अमजद सत्तार खोखर ने सोमवार को मीडिया से बात करते हुए कहा, 'हमने एयरलाइंस को निर्देश दिया है कि वे अब फ्लाइट्स में प्लास्टिक कटलरी का उपयोग नहीं कर सकते हैं क्योंकि हम अब अपने देश में प्लास्टिक्स के उपयोग पर पूरी तरह से रोक लगाने की कोशिश कर रहे हैं।'हवाई अड्डों पर लगाया गया स्टैंड
खोखर ने कहा, 'हमने फ्लाइट में कई बार कटलरी को प्लास्टिक में पैक करते हुए देखा है, इसलिए उन्हें यह भी सुनिश्चित करने के लिए निर्देश दिया गया है कि वह पॉलिथीन के बजाय कागज में कटलरी को पैक करेंगे।' उन्होंने आगे कहा कि प्लास्टिक की थैलियों पर प्रतिबंध के मैसेज के साथ विदेश से आने वाले यात्रियों के लिए हवाई अड्डों पर स्टैंड लगाए गए हैं। उन्होंने कहा, 'केवल चाइना साउथर्न एयरलाइंस ने हमसे पूछा है कि किस कानून के तहत उन्हें प्लास्टिक कटलरी का उपयोग बंद करना चाहिए। इसपर हमने उन्हें जवाब दे दिया है। अन्य एयरलाइंस ने इसके बारे में नहीं पूछा है, जिसका मतलब है कि उन्हें इससे कोई आपत्ति नहीं है। हमें उम्मीद है कि एविएशन डिवीजन के फैसले को फ्लाइट में जल्द ही लागू किया जाएगा।'यूएन में नहीं मिला तवज्जो तो पीएम इमरान ने अपनी स्थायी प्रतिनिधि मलीहा लोधी को हटाया, मुनीर की हुई नियुक्ति14 अगस्त से देश में प्लास्टिक पर प्रतिबंधबता दें कि पाकिस्तान सरकार 14 अगस्त से देश में प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगाने का एलान कर दिया था। इस फैसले के बाद सिंध प्रांत ने इस सप्ताह से प्लास्टिक की थैलियों के उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया है, जबकि पंजाब भी इसे खत्म करने के लिए कदम उठा रहा है। इस बीच, प्लास्टिक की थैलियां बनाने वाले फैक्ट्री के मालिकों ने पंजाब विधानसभा के सामने फिर से प्रतिबंध लगाने का विरोध किया है। उनका कहना है कि इससे देश की अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान होगा।

Posted By: Mukul Kumar