इधर पाकिस्‍तान ने हाफिज सईद के संगठन जमात-उद-दावा को आतंकी संगठन घोषित किया उधर अमेरिका ने पाकिस्‍तान के लिए अपना खजाना खाल दिया। तो क्‍या यह सब नाटक अमेरिकी मदद पाने के लिए पाकिस्‍तान और अमेरिका ने मिल कर खेला है। आइए जानते हैं क्‍या है असल माजरा।


पाकिस्तान ने आतंकी संगठनों पर लगाई रोकपाकिस्तान के राष्ट्रपति ममनून हुसैन ने एक बिल पर हस्ताक्षर किया है। इस बिल का उद्देश्य यूनाइटेड नेशंस सिक्योरिटी काउंसिल (यूएनएससी) की ओर से प्रतिबंधित आतंकी संगठनों जैसे लश्कर-ए-तैयबा, अल-कायदा और तालिबान जैसे संगठनों पर लगाम लगाना है। अब तक यूएन की पाबंदियों के बावजूद जमात-उद-दावा और फलाह-ए-इंसानियत जैसे हाफिज सईद के संगठन पाकिस्तान में धड़ल्ले से अपना काम कर रहे थे, लेकिन नए संशोधन पर राष्ट्रपति ममनून हुसैन के दस्तखत के बाद अब इन आतंकी संगठनों पर कार्रवाई हो सकेगी।ट्रंप ने बजट में पेश किया पाकिस्तान को मदद
अमेरिका ने पाकिस्तान को 33.6 करोड़ डॉलर मदद का प्रस्ताव पेश किया है। यह प्रस्ताव अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 4 लाख करोड़ डॉलर का सालाना बजट के दौरान पेश किया। इसमें से 25.6 करोड़ डॉलर नागरिक और 8 करोड़ डॉलर सैन्य मदद के तौर पर दिए जाने का प्रस्ताव शामिल है। कुछ समय पहले अमेरिका ने पाकिस्तान को आतंकियों की पनाहगाह बताते हुए 200 करोड़ डॉलर की वित्तीय सहायता रोक दी थी।

Posted By: Satyendra Kumar Singh