पाकिस्‍तान में जैसे पोलियो के खिलाफ अभियान के ही खिलाफ जंग छेड़ दी गई हो. इसीलिए तो अभियान के पहले दो दिनों में ही 16 हजार से ज्‍यादा परिवारों ने अपने बच्‍चों को पोलिया का टीका ही नहीं लगवाने दिया. उन्‍होंने पोलियो का टीका लगाने वाली टीम को इसको लेकर साफ इंकार कर दिया.

क्या है जानकारी
क्या आपको पता है पाकिस्तानियों के ऐसा करने का असल कारण क्या है. दरअसल उन्होंने पाक में सामुदायिक विरोध और तालिबान की ओर से मिलने वाली धमकियों के चलते ऐसा किया. इसी के चलते इस बीमारी के देश से उन्मूलन के सभी प्रयास बाधित हुए हैं. बताते चलें कि सोमवार को यहां 2015 का तीन दिवसीय राष्ट्रीय पोलियो अभियान शुरू हुआ. अभियान के अंतर्गत पांच साल से कम उम्र वाले 3.55 करोड़ बच्चों का टीकाकरण करने का लक्ष्य रखा गया, लेकिन इनमें से 16,400 परिवारों ने अपने बच्चों को पोलियो के टीके लगवाने से साफ मना कर दिया.
बनाई गईं थी 80 हजार टीमें
जानकारी है कि कुल बच्चों में से करीब 6,10,333 बच्चों का टीकाकरण नहीं किया जा सका है. ऐसा इसलिए क्योंकि जब टीके लगाने वाली टीमें उनके घर पर पहुंची, तो बच्चे घर पर थे ही नहीं. अभियान को लेकर बच्चों के घर पर पहुंचकर ही टीके लगाने के लिए कुल 80 हजार टीमें बनाई गई थीं. इन टीमों में नौ हजार टीमों को निश्चित केंद्रों पर लगाया गया था. वहीं चार हजार से ज्यादा टीमों को घरों पर पहुंचने के लिए लगाया गया था. झंडी मिलते ही टीमें निकल पड़ीं अपने अभियान पर.
 
किन-किन जिलों में चलेगा अभियान  
बच्चों के हित से जुड़े इस अभियान को पंजाब में 36 जिलों, खैबर पख्तूनख्वा के 25, सिंध के 22 जिलों व 18 नगरों, बलूचिस्तान के 30 जिलों, पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में 10 जिलों, गिलगिट बालिस्तान के सात जिलों, छह एजेंसी और छह सीमांत कबायली क्षेत्रों व इस्लामाबाद राजधानी क्षेत्र के दो जिलों में चलाने की योजना है. अब देखना है कि इन जगहों पर अभियान को कैसा रिस्पॉन्स मिलता है. यहां बच्चों की कितनी तादाद आती है.

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Posted By: Ruchi D Sharma