अब तो लगता है कि पाकिस्‍तान कब अपनी बात से मुकर जाए उसका कोई भरोसा नहीं है। कल सोमवार को 3 दिनों से पहले उफा में लखवी मामले में हुई बात चीत में पलट जाने से तो यही मालूम दे रहा है। सबसे खास बात तो यह है कि इसके पीछे पाकिस्‍तान इसे अपनी इज्‍जत और अपनी प्रमुखता से जुडे होने का वास्‍ता दे रहा है। इसके साथ ही पाक का कहना है कि अब एजेंडे में कश्मीर मुद्दा रखे बिना भारत से कोई बातचीत नहीं की जाएगी।


एजेंडे में कश्मीर का मुद्दाजानकारी के मुताबिक कल सोमवार को पाक ने अचानक से यूटर्न ले लिया। उसने एकबार फिर यकीन करा दिया कि उसकी अपनी बात की भी कोई महत्ता नहीं है। कल पाकिस्तान ने हाल ही में उफा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के बीच मुलाकात से अपना रुख बदल दिया। जब कि अभी इस बात को अभी मात्र 3 तीन ही बीते हैं। इतना ही नहीं कल इस मामले में राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेशी मामलों पर पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के सलाहकार सरताज अजीज इस पर अपना बयान भी दिया। कश्मीर मामले को गंभीरता से उठाते हुए कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत के दौरान एजेंडे में कश्मीर का मुद्दा जरूरी है.जब तक यह मुद्दा नहीं इस एजेंडे में होगा अब आगे कोई बात नहीं होगी। सूचना और सबूत की दरकार
इतना ही नहीं सरताज अजीज ने यह भी कहा कि दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों की मुलाकात हुई यह काफी अच्छा रहा। हालांकि इसके साथ ही उनका कहना था कि बातचीत अपनी जगह है और उसूलों और इज्जत अपनी जगह है। पाक इससे कभी समझौता नहीं कर सकता है। इस दौरान उन्होंने मुंबई आतंकवादी हमला मामले में लश्कर-ए-तैयबा ऑपरेशन कमांडर जकी-उर-रहमान लखवी के खिलाफ सुनवाई वाला मामला भी उठाया। उनका कहना था कि पाकिस्तान को इस संबंध में भारत से ज्यादा सूचना और सबूत दरकार है.भारत इस दिशा में काफी सक्रियता से कदम उठाए। जबकि अभी तीन दिन पहले हुई मुलाकात में पाक प्रधानमंत्री ने एक संयुक्त बयान में कहा था कि दोनों पक्ष मुंबई हमला मामले की सुनवाई की रफ्तार तेज करने के लिए आगे बढेंगे। जिससे की 2008 के मुंबई हमले आरोपी लखवी को सजा मिल सके।सबूत उपलब्ध करा चुका है.

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Posted By: Shweta Mishra