नगर निगम ने मिट्टी खुदाई पर लगाया किसानों पर 40 लाख का जुर्माना

दोराहे में फंसे किसान सशर्त जमीन देने का बना रहे मन, जल्द होगी वार्ता

जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद : नगर निगम की खत्ताघर की जमीन की राह आसान होती दिखाई दे रही है। खत्ताघर की जमीन पर हुए मिट्टी खनन पर नगर निगम द्वारा करीब 40 लाख रुपये का जुर्माना संबंधित किसानों पर लगाया है। प्रशासन व नगर निगम का यह तीर जमीन संबंधी विवाद सुलझाने में रामबाण का काम करता दिखाई दे रहा है। किसान जुर्माना माफ करने की शर्त पर जमीन देने का मन बना रहे हैं।

नगर पालिका (अब नगर निगम) ने वर्ष 2008 में खत्ताघर की जरूरत महसूस की थी। पालिका ने चनौरा गांव में करीब 60 बीघा जमीन चिन्हित की थी। अधिग्रहण के लिए निर्धारित धनराशि भूमि अध्यापित अधिकारी के यहां जमा कराई थी। वर्ष 2010 में धारा चार के तहत जमीन पर नगर पालिका के नाम हो गई। बाद में किसानों ने इस कार्रवाई का विरोध शुरू कर दिया था। जमीन पर कब्जा लेने को लेकर किसान और प्रशासन आमने-सामने आ गया था। उग्र किसान मिट्टी के तेल से भरी कट्टियां लेकर आत्मदाह पर उतारू हो गए थे। नतीजतन कई घंटे के घटनाक्रम के बाद प्रशासन को बैरंग लौटना पड़ा था। इसके बाद से अभी तक नगर निगम जमीन पर कब्जा नहीं ले सका है। कुछ किसान हाईकोर्ट भी पहुंच गए हैं। बताते हैं इस अंतराल में अधिग्रहीत करीब 25-30 बीघा जमीन से मिट्टी का खदान किया गया है। इस पर नगर निगम ने संबंधित किसानों पर मिट्टी खनन का करीब 40 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। इस तरह की कार्रवाई से किसान परेशान हो गए हैं। बताते हैं करीब एक दर्जन किसान इस संबंध में नगर निगम अधिकारियों से मिले। इन किसानों का कहना है वह पुराने सर्किल रेट के चार गुना कीमत पर जमीन निगम को देने के लिए तैयार हैं, बशर्ते उन पर लगाया गया खनन का जुर्माना माफ कर दिया जाए। इस पर अधिकारियों ने वार्ता करने की बात कही है। उप नगर आयुक्त प्रमोद कुमार का कहना है कुछ किसान आए थे, जिनसे वार्ता की गई है। उम्मीद है जल्द खत्ता घर की जमीन की समस्या का हल निकल आएगा।

Posted By: Inextlive