-पंचायत चुनाव में ताल ठोकने में जुटे दावेदार

-अ‌र्द्धकुंभ का हवाला देकर वोटर्स को बाहर से बुलाने की तैयारी

HARIDWAR : पंचायत चुनाव में ताल ठोकने की तैयारी कर रहे दावेदार एक-एक वोट सहेजने की कसरत में अभी से हाथ जोड़ने लगे हैं। उम्मीदवार व उनके समर्थक ऐसे लोगों की सूची तैयार करने में लगे हैं, जो कामकाज के सिलसिले में दूसरे शहरों में बसे हैं। पंचायत क्षेत्र में वोटर के रूप में दर्ज ऐसे लोगों को चुनाव के दौरान घर बुलाने के लिए अ‌र्द्धकुंभ स्नान तक की दुहाई दी जा रही है। चुनावी महायज्ञ में उनके वोट का प्रसाद पाने के लिए उम्मीदवार इसके अक्षुण्य पुण्य का हवाला देते उनके घर आने के लिए हर तरह के बंदोबस्त करने को भी तैयार हैं।

बाहरी रहने वाले वोटर्स पर फोकस

पंचायत चुनाव में एक वोट गांव के चुनावी नतीजे को बदल देने की कूबत रखता है। इसलिए हरिद्वार में पंचायत चुनाव की अधिसूचना जारी होने के साथ वोटों को लेकर चुनावी गणित का दौर शुरू हो गया है। करीब हर प्रत्याशी के खेमे में इसे लेकर मंथन शुरू हो गया है कि उनके गांव के कितने लोग गैर प्रांतों के शहरों में रह रहे हैं। गांव के वोटरों को तो वह जैसे-तैसे हाथ-पांव जोड़ कर मनाने की सोच रहे हैं। अब अगला कदम उनका बाहरी प्रदेशों में रहने वालों पर है। अब तक शायद ही कभी हालचाल लेने वाले इन नेताओं ने बकायदा अपने समर्थकों की इसके लिए ड्यूटी लगा दी है कि वह ऐसे वोटरों को सूचीबद्ध कर उनसे नियमित बात कर उनके घर आने पर पुख्ता इंतजाम करें। यही नहीं वह भी ऐसे लोगों को फोन कर दुहाई देने से नहीं चूक रहे हैं चुनाव में आएंगे तो उन्हें अ‌र्द्धकुंभ स्नान कराकर पुण्य का लाभ तो दिलाएंगे, साथ ही उनका भी चुनावी बेड़ा पार हो जाएगा।

गांवों में चुनावी हलचल तेज

पंचायत चुनाव की अधिसूचना जारी होने के साथ ही गांवों में सियासी हलचल तेज हो गई है। खेड़री में पंचायत पद के दावेदार प्रवीन चौहान कहते हैं कि बाहर रहे लोगों को घर बुलाना ही है, ताकि उनके वोट उन्हें मिल सकें। यहीं से बीडीसी पद के लिए तैयारी कर रहे जानी कहते हैं कि बाहर रह रहे लोगों की भी जिम्मेदारी है कि वह विकास में अपने वोट के जरिए ही सही भागीदार बनें। रोहालकी के ललित चौहान, जयंत चौहान व नीरज कहते हैं कि बाहर रह रहे लोगों को लगातार संपर्क किया जा रहा है, ताकि वह चुनाव में अपने गांव पहुंचे।

हर प्रबंधन को तैयार प्रत्याशी

बाहर रहे लोगों को बुलाने के लिए हर तरह के प्रबंध करने को दावेदार तैयार हैं। उनके टिकट आरक्षण के खर्चे से लेकर रहने-खाने तक का प्रबंध वह करने को तैयार हैं। इसके लिए बाहर बसे लोगों को बस छुट्टी निकाल लेने की तस्दीक की जा रही है। बाकी के लिए उन्हें कोई ¨चता न करने का हवाला दिया जा रहा है, ताकि लोग हर हाल में घर पहुंचे। इस काम के लिए भी संभावित उम्मीदवारों ने अपने समर्थकों को जिम्मेदारी सौंप दी है।

Posted By: Inextlive