- रूटीन जांच के बाद स्टाफ नर्स ने लगाया था इंजेक्शन

रूटीन जांच के बाद स्टाफ नर्स ने लगाया था इंजेक्शन

KAUSHMBI (7 June, JNN):KAUSHMBI (7 June, JNN): लापरवाही किस लेवल पर हुई, इसकी जांच चल रही है लेकिन डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में शनिवार की शाम जो घटा वह वाकई दिल दहला देने वाला था। रूटीन जांच के बाद जैसे स्टाफ नर्स ने मरीजों को इंजेक्शन लगाया। इसके बाद डेढ़ दर्जन मरीजों की जान पर बन आई। वह असहनीय दर्द से चिल्लाने लगे। घटना की जानकारी परिजनों ने दी तो इमरजेंसी में मौजूद डॉक्टरों के होश उड़ गए। आनन-फानन में उन्होंने इलाज शुरू कर दिया। मरीज और उनके तीमारदारों ने स्टाफ नर्स पर इंजेक्शन लगाने में लापरवाही का आरोप लगाया है।

मच गई चीख पुकार

डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल के जनरल वार्ड में भर्ती मरीजों को शनिवार की शाम स्टाफ नर्स ने रूटीन जांच कर इंजेक्शन लगा दिया। तकरीबन आधे घंटे बाद जनरल वार्ड में भर्ती मरीज अब्बास, बृजमोहन, अनिकेत, कुसुमा, गुफरान, मदनलाल, भैरों प्रसाद, गंगा देवी, राजकुमारी, अजय, गुड्डू, रानी देवी समेत डेढ़ दर्जन मरीज असहनीय दर्द से तड़प उठे। बदन में जलन और बुखार से उनकी हालत बिगड़ गई। बच्चे एडि़यां रगड़ने लगे। उनकी हालत देख परिजनों के होश फाख्ता हो गए। स्टाफ नर्स हालत देख सन्न रह गई। वार्ड में चीख पुकार मच गई।

ली राहत की सांस

तीमारदार भागकर इमरजेंसी में बैठे डाक्टरों के पास पहुंचे और जानकारी दी। इमरजेंसी में तैनात डॉक्टरों ने रात करीब नौ बजे अधिकारियों को सूचना देने के बाद इलाज शुरू किया। इसके बाद मरीजों की हालत सामान्य हुई तो सभी ने राहत की सांस ली। स्टाफ नर्स द्वारा लगाए गए इंजेक्शन को लेकर तमाम तरह की चर्चाएं हैं। कहा जा रहा है कि एक्सपायरी डेट का इंजेक्शन मरीजों को दिया गया था जिससे मरीजों की हालत बिगड़ी।

-यदि इंजेक्शन लगने से मरीजों की हालत बिगड़ी है तो यह गंभीर मामला है। वरिष्ठ चिकित्सक डा। एसएन मिश्र से प्रकरण की जांच कराकर दोषी के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा।

डॉ। रामजी पांडेय, सीएमएस, डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल

Posted By: Inextlive