PATNA : एनएमसीएच को कोरोना अस्पताल में तब्दील किए जाने से बौली मोड़ स्थित श्री गुरु गो¨वद सिंह सदर अस्पताल में मरीजों की भीड़ बढ़ने लगी है। श्री गुरु गो¨वद सिंह अस्पताल में सोमवार को ओपीडी व इमरजेंसी सेवा चालू दिखी। इस दौरान चिकित्सकों द्वारा बीमार मरीजों का इलाज जारी रहा। ओपीडी में डॉ। आरिफ अब्दुल्ला, डॉ। कैलाश प्रसाद लाडिया, डॉ। राजेश रंजन चौधरी तथा डॉ। पी.एन। प्रसाद ने 148 मरीजों का इलाज किया। लॉकडाउन के कारण बीमार मरीजों को अस्पताल पहुंचने में काफी परेशानी हुई। कई मरीज ई-रिक्सा, रिक्शा और पैदल ही अस्पताल पहुंचे।

सर्जरी की सुविधा नहीं

एसजीजीएस अस्पताल में सामान्य रूटीन जांच नहीं हो रहा है। अस्पताल के महिला व प्रसूति विभाग में इलाज कराने पहुंची महिलाओं को सामान्य प्रसव की सुविधा दी जा रही है। वर्तमान में गर्भवती महिलाओं को ऑपरेशन की सुविधा नहीं मिल रही है। ऑपरेशन के लिए गर्भवती महिलाओं को पीएमसीएच भेजा जा रहा है। अस्पताल की कार्यकारी अधीक्षिका डॉ। मणि दीपा मजूमदार ने बताया कि लॉकडाउन के बावजूद ओपीडी में सुबह में मरीजों की संख्या अधिक थी। सोमवार के ओपीडी में कुल 148 मरीजों का इलाज किया गया। सोमवार की सुबह आठ से दो बजे दिन तक शिशु, स्त्री रोग, मेडिसिन तथा सर्जरी विभाग के विशेषज्ञों ने ओपीडी में मरीजों को देखा। कार्यकारी अधीक्षिका ने बताया कि श्री गुरु गो¨वद सिंह सदर अस्पताल में इंडोर व आउटडोर मरीजों के लिए दवा व संसाधन उपलब्ध हैं। चिकित्सकों का कहना था कि सीमित संसाधन के बीच काम करना पड़ रहा है। उधर कर्मचारियों का कहना है कि दो वर्षों से स्थायी अधीक्षक नहीं होने से परेशानी है।

Posted By: Inextlive