एक माह बीतने के बाद भी नहीं पूरी हो सकी जांच

अधिकारियों के लचर रवैये के कारण नहीं पूरी हो सकी सुनवाई

ALLAHABAD: माध्यमिक शिक्षा परिषद में फर्जीवाड़े के खेल की जांच एक महीना बीतने के बाद भी अभी तक पूरी नहीं हो सकी है। इसमें सबसे बड़ी समस्या अधिकारियों की गैरमौजूदगी बन रही है। इसके कारण पूरे प्रकरण की जांच अटकी हुई है। कई बार सुनवाई की प्रक्रिया के लिए डेट भी फाइनल हुई, लेकिन अन्य कामों में उलझने के कारण अधिकारी समय पर नहीं उपलब्ध हो सके और जांच अभी तक अटकी पड़ी है। इस बारे में अधिकारियों से बात करने पर वे समय की कमी का रोना रो रहे हैं। ऐसे में जांच को समय से पूरा होने को लेकर लगातार संशय बना हुआ है। जांच लटकी होने से बोर्ड के अंदर बैठे फर्जीवाड़ा करने वाले शातिरों की पहचान भी नहीं हो सकी है। इससे बोर्ड के कामकाज पर प्रश्न चिन्ह बना हुआ है।

दास्तावेजों के साथ छेड़छाड़

यूपी बोर्ड के इलाहाबाद क्षेत्रीय कार्यालय में कुछ लोगों ने बोर्ड के कर्मचारियों के साथ मिलकर गोपनीय दस्तावेजों में छेड़छाड़ कर अपने बोर्ड परीक्षा के मॉ‌र्क्स बढ़ा लिए थे। इसके बाद एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती के अ‌र्न्तगत आवेदन कर एलटी ग्रेड शिक्षक की जॉब भी हासिल कर ली। मामला खुलने के बाद जिले में नौकरी हासिल करने वाले लगभग आधा दर्जन शिक्षक फरार हो गए। उन्हें बर्खास्त किया गया और फर्जीवाड़े के खेल की जांच बोर्ड सचिव ने जेडी इलाहाबाद मंडल महेन्द्र कुमार सिंह की अध्यक्षता में बनी कमेटी को सौंपी। इसमें बरेली के क्षेत्रीय सचिव विनोद कृष्णा समेत अन्य अधिकारियों को शामिल किया गया। लेकिन जेडी व अन्य अधिकारियों के समय से सुनवाई की प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी। इस बारे में बोर्ड की सचिव शैल यादव से पूछने पर उन्होंने बताया कि अधिकारियों को निर्देश दिया जा रहा है कि वे सुनवाई पूरी कर जांच रिपोर्ट शीघ्र तैयार करें।

Posted By: Inextlive