दिन भर उड़ रही धूल से घर की महिलाएं हुईं परेशान साफ-सफाई में करनी पड़ रही मशक्कतशिवकुटी गोविंदपुर में घर के अंदर रहना हुआ मुश्किलएसी के फिल्टर कूलर की घास पर जम जा रही मिट्टी

प्रयागराज (ब्‍यूरो)। गोविंदपुर सब्जी मंडी में रहने वाली मीना वर्मा का पूरा दिन घर की साफ सफाई में बीत जा रहा है। हाल ये है कि महीना भर से ज्यादा का वक्त हो गया। घर के बाहर तरफ की खिड़कियां नहीं खुल सकी हैं। इसके बावजूद धूल से पूरा घर सराबोर रहता है। मीना ही नहीं, उनकी मेड भी लगी रहती है, इसके बाद भी लगता है कि घर गंदा है। सफेद टाइल्स की फर्श पर धूल आसानी से देखी जा सकती है। नाला बनाने के लिए खोदी गई सड़क से उडऩे वाली धूल जी का जंजाल बन चुकी है।

गोविंदपुर में बनाया जा रहा नाला
गोविंदपुर सब्जी मंडी में नाला बनाने के लिए सड़क खोद दी गई है। सड़क की खोदाई हुए एक महीना से ज्यादा का वक्त गुजर गया है। नाले के लिए खोदाई बहुत तेजी से की गई। लोगों को लगा कि काम भी तेजी से खत्म होगा, मगर ऐसा हो नहीं सका। मीना वर्मा का घर मेन रोड पर ही है। नाला की खोदाई करने वाले चले गए, पर बनाने वाले इतनी धीमी स्पीड से काम कर रहे हैं, वहां जमा मिट्टी से उडऩे वाले धूल ने पूरे घर का कबाड़ा कर दिया है। मीना वर्मा की मानें तो वह और उनकी मेड दिन में कई बार सफाई करते हैं। इसके बाद भी लगता है कि घर के अंदर गंदगी है। पर्दों पर धूल की परत जम जाती है। बाहरी दीवारों पर लगी खिड़कियों की जाली धूल की परत से ढंक गई है। घर में लगे कूलर की घास पर धूल की परत जम चुकी है। एसी का फिल्टर गर्मी की शुरुआत में साफ कराया गया, अभी पूरी तरह से गर्मी आई भी नहीं, मगर एसी की कूलिंग कम हो गई है। मकैनिक को बुलाया तो पता चला कि एसी के फिल्टर को क्लीन कराना पड़ेगा। ये दिक्कत भरी कहानी केवल मीन वर्मा की नहीं है। गोविंदपुर में सब्जी मंडी के आसपास रहने वाले सैकड़ों लोगों की ये कॉमन समस्या है। लोगों ने काम करने वाले ठेकेदार से पानी के छिड़काव की बात कही, मगर पानी का छिड़काव नहीं कराया जा रहा, जिससे धूल मुसीबत का सबब बन गई है।

छत पर कपड़ा डालना हुआ मुश्किल
धूल की वजह से लोगों के सामने सबसे ज्यादा दिक्कत कपड़ा सुखाने की आ गई है। लोग अपनी छतों पर कपड़ा नहीं डाल पा रहे हैं। कारण, गीले कपड़ों पर सूखने के पहले धूल बैठ जाती है। जिससे पता ही नहीं चलता कि कपड़े साफ भी हैं या नहीं।

मेड का रहीं काम से इंकार
मीना वर्मा की मानें तो घर में काम करने वाली मेड बार बार सफाई की वजह से परेशान हो गई हैं। धूल की वजह से घर की फर्श पर पैर की छाप पड़ जाती है। पोर्च की फर्श पर एक पतर धूल की जमा रहती है। मेड से दोबारा पोछा लगाने के लिए कहने पर दिक्कत होती है। ऐसे में खुद ही पोछा लगाना पड़ता है।


धूल की वजह से बहुत दिक्कत होती है। पर्दा, चद्दर गंदा नजर आने लगता है। छत पर कपड़ा फैलाने में धूल बैठ जाती है। मकैनिक बता रहा कि धूल की वजह से एसी का फ्ल्टिर जाम हो जाएगा। राहत आने वाले समय में मिलेगी, मगर अभी तो बहुत दिक्कत है।
मीना वर्मा, गोविंदपुर

सड़क चौड़ीकरण की वजह से लोगों ने अपना घर तोड़ दिया। मलबा सड़क पर पड़ा है। दिन में तेज हवा चलती है तो फिर बाहर की खिड़की बंद करनी पड़ती है। अंदर धूल आ जाती है। गर्मी का समय है, बहुत दिक्कत होती है।
राधा शर्मा, शिवकुटी

पहले सुबह शाम दो बार झाड़ू लगाने और एक बार पोछा लगाने से घर साफ सुथरा नजर आता था। अब तो लगता ही नहीं कि झाड़ू पोछा लगा है। खिड़की खुली रह जाए तो लगता है कि जैसे किसी ने जानबूझ कर अंदर कमरे में धूल फेंक दी है।
प्रतिभा त्रिपाठी, शिवकुटी

गर्मी का मौसम है, दिन में कमरा गरम हो जाता है। मगर धूल की वजह से सुबह शाम खिड़की खोलना मुश्किल हो गया है। कूलर लगा हुआ है। गर्मी की शुरुआत में कूलर की घास बदलवाई थी। एक महीने में पूरी घास पर मिट्टी की परत चढ़ गई है। बहुत आफत है।
मोहिनी शुक्ला, शिवकुटी

मेन रोड के किनारे घर रहना कितना अच्छा होता है। मगर अब तो लगता है कि गली में मकान होता तो ठीक रहता। सुबह झाड़ू लगाने वाले कर्मचारी आते हैं तो इतनी धूल उड़ती है कि सड़क की पूरी धूल घर के अंदर आ जाती है। पोर्च में पूरी फर्श पर धूल जमा हो जाती है।
चंदा तिवारी, शिवकुटी

ये हो रही समस्या
- सुबह सफाई कर्मियों के सड़क पर झाड़ू लगाने से उड़ती है धूल
- पोर्च और बाहरी हिस्से में धूल की जम जाती है परत
- घर के अंदर फर्श पर जमा रहती है धूल
- कमरे में पर्दे, चद्दर, सोफा के कुशन हो जाते हैं गंदे।
- कूलर की घास और एसी का फिल्टर हो जा रहा जाम।
- बारजे की रेलिंग और खिड़की की जाली हो गई गंदी।
- पोर्च में खड़े वाहनों पर सुबह रहती है धूल की परत

Posted By: Inextlive