- जलजमाव से पीडि़त लोगों ने की दोषी अफसरों पर कार्रवाई की मांग

- बांकीपुर अंचल भी पहुंचे प्रदर्शनकारी, सांसद-विधायकों के खिलाफ भी की नारेबाजी

- चार थानों की पुलिस के साथ सैप के जवानों ने संभाला मोर्चा

PATNA (13 Oct) : दस दिनों तक जलजमाव से परेशान राजेंद्रनगर के लोगों के सब्र का बांध रविवार को टूट गया और मोहल्ले में ही रहने वाले उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के घर का घेराव किया। आक्रोशित लोगों ने उपमुख्यमंत्री पर मुसीबत के समय अकेले छोड़ कर चले जाने का आरोप लगाया। लोगों ने नारेबाजी करते हुए राज्य सरकार जलजमाव से हुए नुकसान की भरपाई की मांग की। लोगों ने कहा कि सरकार मुआवजा तो दे ही, साथ ही दोषी अफसरों पर भी कार्रवाई करे और भविष्य में ऐसी स्थिति फिर दोबारा न हो, ये भी सुनिश्चित कराए। आक्रोशितों ने पटना साहिब सांसद रविशंकर प्रसाद, बांकीपुर विधायक नितिन नवीन और कुम्हरार विधायक अरुण सिन्हा के खिलाफ भी जमकर नारेबाजी की।

300 लोगों का उमड़ा हुजूम

पटना के जलनिकासी आपदा पीडि़त मंच के बैनर तले 250 से 300 की संख्या में लोग सुबह 9:30-10 बजे के बीच राजेंद्र नगर रोड नंबर 11 स्थित पार्क के पास जमा होने लगे थे। इसमें युवाओं के साथ बड़ी संख्या में महिलाएं व बुजुर्ग भी शामिल थे। वहां से 11 बजे लोगों का हुजूम राजेंद्र नगर रोड नंबर 8बी के मकान संख्या 72 स्थित उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के आवास पर पहुंचा। हाथों में तख्ती लिए आक्रोशित मोदी के घर के अंदर जाना चाह रहे थे लेकिन सुरक्षा में मौजूद गार्ड ने अंदर जाने से रोक दिया। बावजूद कुछ लोग गेट खोलकर परिसर के अंदर चले गए। उस समय सुशील कुमार मोदी आवास पर नहीं थे। उनके घर पर मौजूद कर्मचारियों ने मुहल्लेवासी को समझाने की कोशिश की मगर वे कुछ भी सुनने को तैयार नहीं थे। इस बीच एसडीएम सदर, डीएसपी टाउन के साथ कदमकुआं, गांधी मैदान, पीरबहोर और बहादुरपुर थाने की पुलिस भी मौके पर पहुंची। सैप के जवान भी पहुंचे। प्रदर्शनकारी डीएम और प्रमंडलीय आयुक्त को बुलाने की मांग कर रहे थे। लगभग 45 मिनट तक यहां लोग मुआवजा और दोषियों को सजा दिलाने की मांग को लेकर नारेबाजी करते रहे।

राजेंद्रनगर पुल को भी किया जाम

उप मुख्यमंत्री के आवास से निकलने के बाद आक्रोशितों की भीड़ राजेंद्र नगर पुल के पास गोलंबर पर पहुंची। यहां करीब 15 मिनट तक पुल पर यातायात को बाधित किया गया। गोलंबर के पास ही बांकीपुर अंचल कार्यालय भी लोग पहुंचे और राहत कार्यो में लापरवाही को लेकर हंगामा किया। इस दौरान कार्यालय में कोई भी अधिकारी या कर्मचारी नहीं था।

चूना छिड़काव में भी अनियमितता का आरोप

घेराव में शामिल रोड नंबर दस निवासी विपुल ने कहा कि चूना में नाम का ब्लीचिंग पाउडर मिलाकर छींटा जा रहा है। रोड नंबर 8बी निवासी धीरज सोनी ने कहा कि पटना में जलजमाव आपदा नहीं, पूर्ण नियोजित था। यह सब केंद्र से राशि हड़पने के लिए किया गया। घरों में हुए नुकसान की भरपाई होनी चाहिए। प्रदर्शन में शामिल रोड नंबर आठ निवासी शुभंकर बनर्जी ने कहा कि सरकार और अफसरों से ज्यादा बाहरी नेताओं और स्वयंसेवी संगठनों ने जलजमाव के दौरान मदद की। रोड नंबर छह की आरती कुमारी ने कहा कि सांसद, विधायक और वार्ड पार्षद भी इसके लिए दोषी हैं। ये लोग सिर्फ चेहरा चमकाना जानते हैं।

छठ के बाद निकालेंगे कैंडिल मार्च

घेराव में शामिल विपुल कुमार ने बताया कि जब तक दोषी अफसरों पर कार्रवाई नहीं हो जाती और मुआवजा नहीं मिलता, प्रदर्शन जारी रहेगा। छठ के बाद वे लोग राजेंद्र नगर से लेकर गांधी मैदान कारिगल चौक तक कैंडल मार्च निकालेंगे। फिलहाल 17 नवंबर की तारीख तय की गई है।

Posted By: Inextlive