इस महीने की 20 तारिख को मिले एक कबूतर ने गुजरात कोस्ट गार्डस के हाथ पांव फुला दिए. इस कबूतर के पंखों पर ना सिर्फ अरबी स्क्रिप्ट लिखी हुई थी बल्कि उसके पंजे में एक माइक्रोचिप भी बंधी हुई थी.


गुजरात में इंडो पाक बॉर्डर के कोस्टल गार्डस को एक ऐसा रहस्यमयी कबूतर मिला है जिसके एक पैर पर एक चिप बंधी हुई थी, दूसरे पैर पर एक छोटी सी रिंग और पंखों पर अरबी भाषा में कुछ लिखा हुआ था. इसे देखते ही उन्होंने गुजरात पुलिस के हवाले कर दिया. इसके बाद पुलिस ने इसकी सूचना तुरंत गृह मंत्रालय को दी और देखते ही देखते एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड यानी एटीएस को अलर्ट कर दिया गया.  


असल में पांच समुद्री माइल दूर सलाया ऐस्स्सार जेट्टी पर 20 मार्च को कोस्टल पुलिस के बंकर पर एक कबूतर देखा गया. जिसे इंडो पाक कोस्ट पर ड्यूटी दे रहे गार्ड ने पकड़ लिया. लेकिन कोस्ट गार्ड उस समय शॉक्ड रह गया जब उसका ध्यान कबूतर के पंजों और पंख पर गया. उसने देखा कि कबूतर के पैर पर एक चिप बंधी हुई थी और दूसरे पैर पर रिंग फंसा हुआ था. रिंग पर 28733 ये नंबर भी लिखा था. कोस्ट गार्ड ने इसकी जानकारी तुरंत कोस्ट पुलिस हेडक्वार्टर को दी.

इसके बाद कबूतर को फॉरेंसिक लैब भेजा गया और अरबी लैग्वेबज के एक्सपर्ट को भी बुलाया जिसने बताया की पंखों पर अरबी स्क्रिप्ट में रसूल-अल-अल्लाह लिखा है. जांच में सामने आया कि चिप पर बेजिंग ड्युअल लिखा था. फिल्हाल साइबर क्राइम बांच की टीम चिप में छिपे कोड को डी कोड करने की कोशिश में जुटी हुई है. पता चला है की इंडिया में इस ब्रीड के कबूतर नॉर्दन एरियाज में मिलते हैं. ये भी पता चला है कि इन कबूतरों को गल्फब कंट्रीज में कबूतरों की दौड़ में इस्तेमाल किया जाता है. ऐसे में यह हो सकता है यह कबूतर किसी जहाज से उड़ कर रास्ता भटक गया हो और गलती से एस्सार जेट्टी पहुंच गया हो. इस कबूतर के मिलने के बाद आतंकवाद विरोधी दस्ते एटीएस को अलर्ट कर दिया गया है और इंटेलिजेंस डिपार्टमेंटस को भी इसकी जानकारी दे दी गई है.

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Posted By: Molly Seth