प्रधानमंत्री मोदी ने मंगलवार को उत्तराखंड को कई बड़ी साैगातें दी हैं। उन्होंने नमामि गंगे मिशन के तहत 521 करोड़ रुपये की लागत वाले 6 मेगा प्रोजेक्ट्स का उद्घाटन किया। इनमें सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट शामिल हैं। इतना ही नहीं पीएम मोदी ने हरिद्वार के गंगा किनारे चांदनी घाट पर स्थित संग्राहलय का भी उद्घाटन किया।


नई दिल्ली (एएनआई)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को उत्तराखंड में नमामि गंगे मिशन के तहत 521 करोड़ रुपये की लागत वाली छह मेगा परियोजनाओं का उद्घाटन किया। उन्होंने आज हरिद्वार, ऋषिकेश सहित अन्य क्षेत्रों में स्थित कई सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट और उनके अपग्रेडेशन का उद्घाटन किया। इसके अलावा हरिद्वार के चंडी घाट में नदी के कायाकल्प गतिविधियों और इसकी जैव विविधता का प्रदर्शन करने के लिए एक गंगा संग्रहालय का भी आज प्रधानमंत्री ने उद्घाटन किया। राज्यपाल बेबी रानी मौर्य, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, रमेश पोखरियाल निशंक, एमओ रतनलाल कटारिया सहित अन्य ने भी इस कार्यक्रम में भाग लिया।गंगा देश की लगभग आधी आबादी के लिए समृद्धि लाती
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि पिछले दशकों में, गंगा नदी को साफ करने के लिए बड़ी पहल की गई थी, लेकिन उन पहलों में न तो सार्वजनिक भागीदारी थी और न ही दूरदर्शिता थी। नतीजतन, गंगा के पानी को कभी भी साफ नहीं हुआ। गंगा देश की लगभग आधी आबादी के लिए समृद्धि लाती है। इसलिए, नदी में नाॅनस्टाप फ्लो और स्वच्छ पानी की बहुत जरूरत है। यदि पुराने तरीके फिर से अपनाए जाते तो नतीजे फिर वही रहते लेकिन हम आगे बढ़े। हमने इसे सिर्फ गंगा की सफाई तक सीमित नहीं रखा, बल्कि इसे देश की सबसे बड़ी नदी संरक्षण परियोजना बना दिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि वर्तमान में नमामि गंगे मिशन के तहत 30,000 करोड़ रुपये की परियोजनाएं या तो पूरी हो चुकी हैं या चल रही हैं। जल जीवन मिशन के लोगो और गाइलाइन को भी लॉन्च कियाप्रधानमंत्री ने आज पहले जल जीवन मिशन के लोगो और गाइलाइन को भी लॉन्च किया। उन्होंने यह भी कहा कि देश में हर घर तक पानी पहुंचाने के लिए राज्य सरकारों द्वारा जल जीवन मिशन को भी गंभीरता से लिया जाना चाहिए।केंद्र द्वारा हाल ही में लाए गए कृषि सुधारों के बारे में बोलते हुए उन्होंने कहा किसानों, मजदूरों और स्वास्थ्य से संबंधित कई सुधारों को हाल ही में संसद में लाया गया। इन सुधारों से राष्ट्र के मजदूर, युवा, महिलाएं, किसान मजबूत होंगे। हालांकि पूरा राष्ट्र यह देख सकता है कि कैसे कुछ लोग इसका विरोध कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि अब देश में किसान अपनी उपज को किसी को और कहीं भी अपने मन मुताबिक बेचने के लिए स्वतंत्र हैं, लेकिन विपक्ष नहीं चाहता कि ऐसा हो।

Posted By: Shweta Mishra