PM Modi ISRO Visit : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी साउथ अफ्रीका से लाैटते ही आज सबसे पहले बेंगलुरु में इसरो हेडआफिस पहुंचे। यहां पर उन्होंने चंद्रमा पर सफल लैंडिंग करने वाले साइंटिस्ट से मुलाकात की व इसरो प्रमुख सोमनाथ को गले लगाया।

बेंगलुरु (एएनआई)। PM Modi ISRO Visit : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शनिवार सुबह बेंगलुरु में इंडियन स्पेस रिसर्च आर्गनाइजेशन (ISRO) हेडआफिस पहुंचने पर वार्म वेलकम किया गया। पीएम मोदी ने इसरो के साइंटिस्ट की टीम से मुलाकात की, जो देश के तीसरे चंद्र मिशन चंद्रयान-3 में शामिल थे। इसरो के अध्यक्ष एस सोमनाथ ने पीएम मोदी का स्वागत किया। वहीं पीएम ने उनकी पीठ थपथपाई और चुनौतीपूर्ण चंद्र लैंडिंग मिशन की सफलता के लिए उन्हें गले लगाया। एस सोमनाथ ने पीएम मोदी को चंद्रमा के साउथ पोल पर इसरो की 40 दिन की यात्रा और परियोजना में किए गए प्रयासों के बारे में जानकारी दी। प्रधानमंत्री ने मिशन में शामिल साइंटिस्ट की टीम के साथ एक ग्रुप फोटो भी खिंचवाई। इस दाैरान वहां पर माैजूद साइंटिस्ट के चेहरे पर भी खुशी साफ दिख रही थी।

Interacting with our @isro scientists in Bengaluru. The success of Chandrayaan-3 mission is an extraordinary moment in the history of India's space programme. https://t.co/PHUY3DQuzb

— Narendra Modi (@narendramodi) August 26, 2023


पीएम ने 'जय विज्ञान जय अनुसंधान' का नारा लगाया
भारत ने बीते बुधवार शाम को चंद्रमा के साउथ पोल पर सफलतापूर्वक लैंडर स्थापित करने वाले पहले देश के रूप में रिकॉर्ड बुक में अपना नाम रजिस्टर्ड कराया। प्रधानमंत्री मोदी ने इस दाैरान चंद्र लैंडर, 'विक्रम' के टचडाउन के लास्ट मूमेंट को याद किया क्योंकि जिस समय यह हो रहा था उस समय वह साउथ अफ्रीका में 15 वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग ले रहे थे। इसलिए भारत आते ही उन्होंने सबसे पहले इसरो के साइंटिस्ट की टीम से मुलाकात की। पीएम ने बेंगलुरु पहुंचने के बाद एचएएल हवाई अड्डे के बाहर सड़कों पर खड़े लोगों का अभिवादन किया व इसरो वैज्ञानिकों से मुलाकात से पहले 'जय विज्ञान जय अनुसंधान' का नारा लगाया।
भारत आते ही वैज्ञानिकों से मिलने पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी
गार्डन सिटी पहुंचने पर पीएम ने कहा, ''मैं खुद को रोक नहीं सका क्योंकि मैं देश में नहीं था, लेकिन मैंने भारत आने के तुरंत बाद सबसे पहले बेंगलुरु जाने और हमारे वैज्ञानिकों से मिलने का फैसला किया। अंतरिक्ष में 40 दिनों की यात्रा के बाद, चंद्रयान -3 लैंडर बुधवार शाम को अज्ञात चंद्र दक्षिणी ध्रुव पर उतरा, जिससे भारत ऐसा करने वाला पहला देश बन गया। जैसे ही भारत ने चंद्रमा पर सफल लैंडिंग हासिल की, अमेरिका, रूस और चीन के बाद इस मील के पत्थर तक पहुंचने वाला चौथा देश बन गया, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस और नेपाल के प्रधान मंत्री सहित विश्व नेताओं ने बधाई और शुभकामनाएं दीं।

Posted By: Shweta Mishra