खबर है कि छिटपुट हिंसा के बीच पश्चिम बंगाल में दूसरे चरण के लिए मतदान जारी है। अब तक करीब 56 फीसद मतदान दर्ज किया गया है। मतदान शुरू होने के कुछ देर बाद ही बीरभूम जिल में टीएमसी वाम और भाजपा कार्यकर्ताओं में झड़प हो गई। इस झड़प में तीन लोग घायल हो गए है। फिलहाल घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

ऐसी है जानकारी
बताया गया है कि इससे पहले ईवीएम में तकनीकी खराबी से माल्दा में करीब 20 मिनट देरी से मतदान शुरू हो सका था। वहीं इस चुनाव से जुड़ी खास बातों पर गौर करें तो सामने आता है कि टीएमसी के अबु नसीर खान चौधरी ने माल्दा में मतदान किया। चुनाव आयोग के निर्देश के बाद टीएमसी के अणुव्रत मंडल के घर पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। आयोग ने उन्हें घर से बाहर नहीं निकलने के निर्देश दिए हैं।
यहां जारी है मतदान
उधर, उत्तरी बंगाल के छह जिलों, अलिपुरदुआर, जलपाईगुड़ी, दार्जिलिंग, उत्तरी दिनाजपुर, दक्षिणी दिनाजपुर और मालदा एवं दक्षिण बंगाल के बीरभूम में मतदान जारी है। ऐसे में अब 1.2 करोड़ से अधिक मतदाता 383 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। इन उम्मीदवारों में 33 महिलाएं शामिल हैं।
68 प्रत्याशियों के खिलाफ दर्ज हैं मुकदमे
बता दें कि 68 प्रत्याशियों के खिलाफ हत्या और दुष्कर्म जैसे गंभीर आरोप समेत अन्य आपराधिक मामले दर्ज हैं। बीती रात उत्तर दीनाजपुर में कांग्रेस दफ्तर में तोड़फोड़ मामले में कांग्रेस ने टीएमसी कार्यकर्ताओं पर आरोप लगाया है। 56 विधानसभा सीटों पर हो रहे मतदान में राज्य के कई जाने-माने सितारों की किस्मत भी दांव पर लगी है। इस चरण में जिन हेवीवेट प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में बंद होगी, उनमें सबसे प्रमुख नाम पूर्व फुटबॉल खिलाड़ी बाइचुंग भूटिया का है। दो साल पहले लोकसभा चुनाव में मात खाने के बाद भूटिया एक बार फिर सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस के टिकट पर सिलीगुड़ी विधानसभा सीट से माकपा उम्मीदवार और पूर्व मंत्री अशोक भट्टाचार्य के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं।
यहां पर टिकी हैं नजरें
इसके इतर लोगों की नजरें मालदा के सुजापुर विधानसभा क्षेत्र पर भी टिकी हुई हैं। यहां पूर्व केंद्रीय मंत्री व कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे दिवंगत एबीए गनी खान चौधरी के परिजन एक-दूसरे के खिलाफ चुनावी मैदान में हैं। सुजापुर से चौधरी के छोटे भाई अबू निसार खान चौधरी तृणमूल के टिकट पर अपने भतीजे कांग्रेस उम्मीदवार ईशा खान चौधरी के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। अबू निसार खान कांग्रेस के टिकट पर 2011 का विधानसभा चुनाव जीते थे, लेकिन बाद में तृणमूल में शामिल हो गए।

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Posted By: Ruchi D Sharma