-दोस्त चुनने का अधिकार, पड़ोसी नहीं चुन सकते

- हमारी सेना हर चुनौती के लिए है तैयार

Meerut: हमें दोस्त चुनने का अधिकार है लेकिन अपने पड़ोसी नहीं चुन सकते हैं। जो हैं उनसे हमारे रिश्ते बेहतर रहे इसकी पूरी कोशिश देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर चुके हैं। पर हमारे पड़ोसी देश के नेता व सेना अपनी कमियों को छिपाने के लिए कश्मीर का राग अलापते हुए हरकतें करती रहती है। ऐसे में सैन्य तैयारियां हमारी प्राथमिकता में शामिल हैं जो हम कर रहे हैं। यह बातें बुधवार को रक्षा राज्य मंत्री सुभाष भामरे ने मेरठ छावनी में सेना के एक कार्यक्रम में कहीं।

हर स्तर पर सेना की तैयारी

अफसरों व जवानों के लिए रक्षा मंत्रालय की ओर से बनाए जा रहे आवासीय कालोनी राजेश एन्क्लेव का उद्घाटन करने मेरठ पहुंचे सुभाष भामरे ने कहा कि पिछले कुछ समय से पड़ोसी की हरकतों को देखते हुए हमारी सेना हर स्तर पर हर चुनौती के लिए तैयार है। रक्षा राज्य मंत्री ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का सपना था कि वे सैनिकों को बेहतरीन सेवाएं दे सकें।

आवासीय योजना की घोषणा

उन्होंने ही देश भर में इस आवासीय योजना की घोषणा की थी जिसे वर्तमान सरकार पूरा कर रही है। उन्होंने कहा कि 40 सालों में पहली बार किसी प्रधानमंत्री ने पद ग्रहण करते ही पहली चर्चा वन रैंक वन पेंशन पर की थी। देश में करीब 20 लाख 70 हजार पेंशन धारक हैं जिनमें 20 लाख से अधिक को ओआरओपी (वन रैंक वन पेंशन) का लाभ मिल चुका है। इसके अलावा प्रति वर्ष 60 हजार से अधिक सैनिक सेवानिवृत्त हो रहे हैं जिन्हें कौशल विकास योजना से जोड़कर पुनर्वास व स्वरोजगार से जोड़ा जा रहा है। 4200 पूर्व सैनिक सरकारी संस्थाओं में कार्यरत व पुनर्वास कोर्स कर रहे हैं। साथ ही करीब एक हजार सुरक्षा एजेंसियों में 40 हजार पूर्व सैनिक कार्यरत हैं।

Posted By: Inextlive