कानपुर की चुनरी से सजेगा माता रानी का दरबार, फोटो...
नवरात्रि से पहले शहर की मार्केट में छाई कानपुर की पूजन सामग्री
इस बार मिर्जापुर नहीं कानपुर की रंगबिरंगी चुनरी और मालाओं का क्रेज ALLAHABAD: जगत जननी मां भगवती के पूजन और आराधना के सबसे पवित्र नौ दिनों की शुरुआत बुधवार से हो रही है। भक्तों में इसको लेकर उल्लास उत्साह का माहौल है। हर तरफ मां भगवती का आशीष पाने की तैयारियां चल रही हैं तो मार्केट में आई कानपुर की चुनरी माता रानी के दरबार की शोभा बढ़ाएगी। खास बात यह है कि इस बार मार्केट में हर वर्ष मिर्जापुर से आने वाली चुनरी की जगह दुकानदारों ने कानपुर की चुनरी और सनीर, गुड़हल व मोती की माला भी कानपुर से ही मंगाई है।चैत्र नवरात्रि का शुभारंभ 29 मार्च से हो रहा है। यही वजह है कि अलोपीबाग और मीरापुर में स्थित देवी धाम के आसपास पूजन सामग्री की दुकानें पूरी तरह से गुलजार हो गई हैं। दुकानों पर मां भगवती के पूजन की सबसे प्रमुख सामग्री चुनरी लाट की लाट सजा कर रखी गई है। जरी, नेट व कॉटन के कपड़ों की रंगबिरंगी चुनरियों की खरीदारी के लिए भीड़ भी उमड़ने लगी है।
अलोपीबाग के राहुल माली ने बताया कि समय से आर्डर नहीं पहुंचने के कारण इस बार कानपुर से चुनरी मंगाई गई है। इन चुनरियों की कीमत भी हर किसी भक्त के हिसाब से कम है। मार्केट में पांच रुपए से लेकर 700 रुपए तक की चुनरी मिल रही है तो मां भगवती के गले में पहनाने के लिए सनीर, गुड़हल व मोती की माला की कीमत पांच रुपए से लेकर 60 रुपए तक है।
पूजन सामग्री की कीमत छोटी चुनरी : पांच रुपया मध्यम चुनरी : 100 रुपया बड़ी चुनरी : 700 रुपया सनीर की माला : पांच से लेकर 60 रुपया गुड़हल की माला : 60 रुपया मोती की माला : 100 रुपया रंगीन कलश : 20 रुपया से लेकर 60 रुपया सादा कलश : 15 रुपया लहंगा : 20 रुपया से लेकर 100 रुपया