नरेंद्र मोदी के समर्थन में रहे अमेरिकी सांसद आरोन शॉक ने छोड़ा पद
क्या कहा सांसद शॉक ने
मामले को लेकर इलिनोइस से सांसद शॉक ने कहा कि बीते कई हफ्तों से जो सवाल उठ रहे हैं उन्होंने उनको बहुत ज्यादा परेशान कर दिया है. ऐसे में उनके लिए लोगों की सेवा करना बेहद ज्यादा कठिन काम बनता जा रहा है. उन्होंने कहा कि वह लोगों के बेहद शुक्रगुजार हैं कि लोगों ने उन्हें सेवा करने का अवसर दिया. बताते चलें कि शॉक अमेरिकी सांसदों के उस प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा रहे थे, जो मार्च 2013 में नरेंद्र मोदी से मिलने के लिए भारत गए थे.
जब मोदी पर वीजा तक का था प्रतिबंध
यह उस समय की बात है जब गुजरात दंगों को लेकर अमेरिका ने नरेंद्र मोदी पर वीजा तक का प्रतिबंध लगा रखा था. मीडिया से प्राप्त एक रिपोर्ट की मानें तो जांच का हवाला देते हुए कहा गया है कि शॉक ने अपनी कार के 1,72,520 मील चलने के लिए यात्रा भत्ता मांगा था.
दिए गए कागजातों में सब कुछ है साफ
वहीं उन्होंने जिस दस्तावेज पर साइन किए थे, उससे यह बात पूरी तरह से साफ है कि उनकी कार इस दूरी से आधी भी नहीं चली थी. इतना ही नहीं उनके प्रवक्ता ने यह भी कहा कि 33 वर्षीय शॉक ने सांसद चुने जाने के बाद से आधिकारिक यात्राओं के लिए ही भत्ते को हासिल किया है.