पटना में क्राइम का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है। अपराधियों में पुलिस का भय खत्म हो गया है। वारदात को अंजाम देकर फरार हो जाते हैं और पुलिस देखती रह जाती है। कंकड़बाग थाना क्षेत्र का चांदमारी रोड बुधवार सुबह गोलियों की तड़तड़ाहट से दहल गया।


पटना (ब्यूरो)। अपराधियों ने चांदमारी रोड नंबर आठ के मोड़ पर टीपीएस कॉलेज के प्रोफेसर शिवनारायण राम (55) की गोली मारकर हत्या कर दी। वह पूर्वी इंदिरा नगर स्थित घर से पैदल कॉलेज जा रहे थे। हत्या की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए पीएमसीएच भेज दिया। इस घटना के संबंध में पटना के एसएसपी उपेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि घटनास्थल से कुछ दूरी पर लगे सीसीटीवी कैमरे में दो बदमाश दिखे हैं। उनकी पहचान की जा रही है। वारदात के बाद वे पैदल ही फरार हो गए।जमीन विवाद की बात आ रही सामने


मृतक प्रोफेसर मूलरूप से रोहतास जिले के दिनारा के रहने वाले थे। वह कंकड़बाग के टीपीएस कॉलेज में राजनीति विज्ञान के प्रोफेसर थे। पूर्वी इंदिरा नगर में उनका बड़ा मकान है। इसमें उनके दो छोटे भाइयों का परिवार भी रहता है। उनके मंझले भाई शैलेंद्र सहायक प्राध्यापक हैं, जबकि छोटे भाई नौसेना में सेवारत हैं। छानबीन के दौरान मालूम हुआ कि गांव की जमीन को लेकर कुछ विवाद चल रहा था।शक की सूई दो बाहरी पर टिकी

प्रोफेसर के साथ उनकी पत्नी अनीता देवी (38) और बेटा अंकित (11) रहते थे। अनीता नृत्य सीख रही हैं। उन्हें डांस सिखाने के लिए शिक्षक आते हैं। वहीं, अंकित निजी स्कूल में पढ़ाई करता है। तफ्तीश में पुलिस को जानकारी मिली है कि दो बाहरी लोगों का उनके घर में अक्सर आना-जाना होता है। पुलिस का शक उन दोनों पर भी है। इसके अलावा घटना को पारिवारिक विवाद से भी जोड़कर देखा जा रहा है। सभी लोगों की कॉल रिकॉर्ड निकाली जा रही है। वाट्सएप कॉल पर ज्यादा बात करने वाले एक शख्स पर पुलिस को गहरा शक है।पेशेवर अपराधियों ने दिया अंजामप्रोफेसर की हत्या करने वाले दोनों अपराधी पेशेवर बताये जाते हैं। अंदेशा है कि सुपारी देकर उनकी हत्या कराई गई। सूत्रों ने बताया कि हत्या से पहले हत्यारों को मालूम था कि वह घर से कब निकले और किस रास्ते कॉलेज जाने वाले हैं। अपराधियों ने जिस गली में प्रोफेसर को निशाना बनाया, वह सुनसान थी। वहां नगर निगम की कचरा उठाने वाली गाड़ी खड़ी थी, लेकिन चालक अंदर सो रहा था। गोली चलने की आवाज सुनकर मोहल्ले के लोग दौड़े तो देखा कि खून से लथपथ प्रोफेसर जमीन पर पड़े थे। चालक भी हत्यारों का चेहरा नहीं देख पाया।patna@inext.co.in

Posted By: Satyendra Kumar Singh