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- एनएसयूआई ने किया कुलपति का घेराव

- डब्ल्यूआईटी सहित यूनिवर्सिटी के अन्य मामलों के समाधान की मांग की

DEHRADUN: उत्तराखंड टेक्निकल यूनिवर्सिटी में विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। मंगलवार को एनएसयूआई के दर्जनों कार्यकर्ता यूनिवर्सिटी में अनियमितताओं को लेकर कुलपति का घेराव करने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने उपनल के माध्यम से तैनात कर्मियों को वेतन न मिल पाने, डब्ल्यूआईटी में चल रहे विवाद को निपटाने को लेकर चर्चा की।

वार्ता के बाद तालाबंदी स्थगित

मंगलवार को एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष श्याम सिंह चौहान और कांग्रेस के प्रदेश सचिव संग्राम सिंह के नेतृत्व में एनएसयूआई कार्यकर्ता यूटीयू पहुंचे। सोमवार को एनएसयूआई ने यूनिवर्सिटी में तालाबंदी की चेतावनी दी थी। लेकिन, कुलपति द्वारा वार्ता के लिए बुलाने के बाद उन्होंने तालाबंदी स्थगित कर दी। वार्ता में श्याम सिंह चौहान ने कहा कि तमाम अनियमितताओं के कारण छात्रों को नुकसान हो रहा है। इसके बाद वेतन न मिलने के कारण धरने पर बैठे उपनल कर्मियों के सामने ही उनकी समस्या का समाधान जल्द किए जाने पर कुलपति प्रो। पीके गर्ग ने सहमति जताई।

डब्ल्यूआईटी विवाद का हो समाधान

कार्यकर्ताओं ने वुमेन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी का प्रकरण शासन में होने का हवाला देते हुए जल्द समाधान की बात कही। उधर, एनएसयूआई ने उप परीक्षा नियंत्रक रहे अवधेश नौटियाल के नियमितीकरण के प्रकरण में उनका समर्थन करते हुए जल्द समाधान की मांग की। इस मामले में कुलपति प्रो। पीके गर्ग ने कहा कि इस मामले में भी बीच का रास्ता निकाला जा रहा है। जल्द इसका समाधान हो जाएगा। इस मौके पर भूपेंद्र नेगी, मोहन भंडारी, आयुष गुप्ता, विजय बिष्ट आदि मौजूद थे।

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डब्ल्यूआईटी में हंगामा, मुकदमा

वुमेन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (डब्ल्यूआईटी) में मंगलवार को शिक्षकों की हड़ताल समाप्त हो गई। छात्राएं भी धरने से वापस लौट गईं। करीब एक माह से बाधित कक्षाएं भी सुचारु हो गईं। उधर, शिक्षिका सुनीता चंदेल की तैनाती की मांग को लेकर कुछ संगठनों ने संस्थान परिसर में हंगामा काटा और कक्षाएं बाधित करने की कोशिश की। इस मामले में संस्थान की ओर हंगामा करने वालों के विरुद्ध प्रेमनगर थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है। संस्थान की डायरेक्टर डा। अलकनंदा अशोक ने बताया कि शिक्षकों के साथ वार्ता के बाद हड़ताल समाप्त कर दी गई।

Posted By: Inextlive