- एक पल में मिलेगी हाउस टैक्स की पूरी जानकारी

- अच्छे परिणाम आने पर पूरे शहर में किया जाएगा लागू

- कोड से छेड़छाड़ पर जानकारी पहुंचेगी स्मार्ट सिटी के कंट्रोल रूम में

- हाउस टैक्स की सफलता के बाद इसमें वाटर टैक्स भी जोड़ा जाएगा

- 5 लाख 38 हजार भवन स्वामियों के घरों में क्यूआर कोड लगाने की तैयारी

- कैसरबाग में शुरू होगा ट्रायल, कूड़ा कलेक्शन की भी मिलेगी जानकारी

abhishekmishra@inext.co.in

LUCKNOWबस कुछ दिन का इंतजार, फिर आसानी से पता लगाया जा सकेगा कि किस भवन स्वामी पर कितना हाउस टैक्स बाकी है और उसने कितने समय से टैक्स जमा नहीं किया है। वजह यह है कि टैक्स के बारे में सारी जानकारी हासिल करने के लिए लोगों के घरों के बाहर क्यूआर कोड लगाने की तैयारी है। इस कोड को स्कैन करते ही भवन स्वामी और हाउस टैक्स से जुड़ी सारी जानकारी एक पल में जुटाई जा सकेगी।

कैसरबाग में ट्रायल

स्मार्ट सिटी के अंतर्गत क्यूआर कोड व्यवस्था शुरू की जा रही है। सबसे पहले कैसरबाग में इसका ट्रायल किया जाएगा। वहां के परिणाम आने के बाद पूरे शहर में इसे लागू किया जाएगा।

फिक्स किए जाएंगे कोड

जानकारी सामने आई है कि घरों के बाहर क्यूआर कोड फिक्स किए जाएंगे। जिससे इनसे छेड़छाड़ नहीं हो सकेगी। इतना ही नहीं, इसमें एक ऐसा सिस्टम भी दिया जाएगा कि अगर कोई क्यूआर कोड के साथ छेड़छाड़ करता है तो तत्काल इसकी जानकारी स्मार्ट सिटी के कंट्रोल रूम में पहुंच जाएगी। जिसके बाद स्मार्ट सिटी की टीम मौके पर जाकर भवन स्वामी के खिलाफ कार्रवाई करेगी।

परिवार के सदस्यों की जानकारी

क्यूआर कोड में भवन स्वामी से जुड़ा पूरा डाटा फीड होगा। जिसमें मकान में रहने वालों की संख्या और नाम, हाउस टैक्स की जमा की गई राशि, बकाया हाउस टैक्स राशि इत्यादि आंकड़ा क्यूआर कोड में फीड किया जाएगा। स्मार्ट सिटी एप से जैसे ही क्यूआर कोड को स्कैन किया जाएगा, भवन स्वामी से जुड़ी सारी जानकारी सामने आ जाएगी।

कूड़ा कलेक्शन की भी जानकारी

क्यूआर कोड की मदद से यह भी जानकारी जुटाई जा सकेगी कि कितने भवनों से डोर टू डोर कूड़ा कलेक्ट हो रहा है। इतना ही नहीं, यह भी जानकारी जुटाई जा सकेगी कि किसी भी घर से सुबह कितने बजे कूड़ा उठा। इस व्यवस्था का फायदा यह है कि अगर किसी घर से कूड़ा नहीं उठता है तो तत्काल इसकी जानकारी स्मार्ट सिटी कंट्रोल रूम जाएगी। जिसके आधार पर डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन करने वाले कर्मचारियों से सवाल किए जाएंगे।

बाक्स

वाटर टैक्स की भी जानकारी

हाउस टैक्स की व्यवस्था सफल होने के बाद क्यूआर कोड में वाटर टैक्स को भी जोड़ने की तैयारी है। इस व्यवस्था को शुरू करने में थोड़ा समय लग सकता है। पहला फोकस कूड़ा कलेक्शन की जानकारी और हाउस टैक्स डिटेल्स पर किया जा रहा है। इस व्यवस्था की मॉनीटरिंग के लिए भी कई चरणों में कदम उठाए जा रहे हैं, जिससे कोई खामी न रहे।

वर्जन

क्यूआर कोड स्कैन करते ही हाउस टैक्स और कूड़ा कलेक्शन की सारी जानकारी जुटाई जा सकेगी। जल्द ही इस व्यवस्था का ट्रायल शुरू होगा।

डॉ। इंद्रमणि त्रिपाठी, नगर आयुक्त

Posted By: Inextlive