कानपुर देहात के रुरा के पास बुधवार सुबह अजमेर-सियालदाह एक्सप्रेस के 15 डिब्बे पटरी से उतर गए जिसमें दो लोगों की मौत हो गई। कई लोग घायल हो गए। कुछ दिन पहले ही पुखरायां के पास हुए एक रेल हादसे में सैकड़ों लोगों को अपनी जान गवांनी पड़ी थी। साल 2016 खत्‍म होने में दो दिन बाकी है। दो दिन बाद नये साल का आगाज होगा। एक ओर लोग जश्‍न में डूबे हुए हैं वहीं इस साल हुई रेल दुर्घटनाओं में सैकड़ों परिवार उजड़ गए। किसी ने अपना पिता खोया तो किसी ने मां को खो दिया। कोई अभी भी अपने बच्‍चे के आने का इंतजार कर रहा है। नजर डालते हैं साल 2016 में हुई रेल हादसों पर।


28 दिसंबर-कानपुर देहात के निकट रुरा स्टेशन के पास बुधवार सुबह 5.42 बजे अजमेर-सियालदाह एक्सप्रेस के 15 डिब्बे पटरी से उतर गए। हादसे में 2 लोगों की मौत हो गई और 60 से ज्यादा यात्री घायल बताए जा रहे हैं। 5 अक्टूबर- पुणे जाने वाली जम्मू तवी-पुणे झेलम एक्सप्रेस के 9 कोच और एक पेंट्री कार के पटरी से उतर जाने से तीन लोग घायल हो गए थे। 30 सितंबर- कटक के पास काठोजोडी स्टेशन पर भुवनेश्वर-भदरक पैसेंजर ट्रेन और गुड्स ट्रेन की आपस में टक्कर हो गयी, जिससे दो जीआरपी कर्मचारियों की मौत हो गयी थी। इस हादसे में करीब 27 लोग घायल हो गए थे। अधिकारियों के अनुसार, दोनों ट्रेन एक ही ट्रैक पर थी।


26 जुलाई- पूर्वी उत्तर प्रदेश में बिना फाटक वाले रेलवे क्रॉसिंग पर एक स्कूली वैन की टक्कर ट्रेन से हो गयी जिसमें 8 बच्चों की मौत हो गयी। इन बच्चों की उम्र 10 साल से अधिक नहीं थी।19 मई- भारी बारिश के कारण बने लैंडस्लिप की वजह से असम जाने वाली कन्याकुमारी-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस नागरक्वाल के पास पटरी से उतर गयी। हालांकि इस दुर्घटना में किसी के मरने या घायल होने की खबर नहीं मिली।


5 फरवरी- तमिलनाडु के वेल्लोर जिले में कन्याकुमारी-बेंगलुरु के अनेकों कोच पटरी से उतर गए जिसमें 10 लोग घायल हो गए थे।

Posted By: Prabha Punj Mishra