मुंबई में छात्रों का नौकरी को लेकर किया जा रहा प्रदर्शन खत्म हो गया है। ट्रेनों की पटरियों को खाली करवाया जा रहा है। प्रदर्शन के चलते करीब 4 घंटे रेलवे का यातायात बाधित रहा। हालांकि कुछ जगहों पर छात्रों का जमावड़ा अभी भी देखा जा रहा है लेकिन बहरहाल दादर से माटुंगा रेल सेवा बहाल कर दी गई है। आइये ट्रेन को रोकने की खास वजह को जानें।


नौकरी को लेकर प्रदर्शनमुंबई में छात्रों ने रेलवे में नौकरी की मांग को लेकर प्रदर्शन शुरू किया था। जानकारी के मुताबिक प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने माटुंगा और छत्रपति शिवाजी टर्मिनिल रेलवे स्टेशन के बीच रेलवे ट्रैक को जाम कर दिया था। कहा जा रहा है कि प्रदर्शनकारियों को राजनीतिक दल कांग्रेस और एमएनएस का पूरा समर्थन मिला था।चार साल से छात्रों का संघर्ष


मुंबई में प्रदर्शन कर रहे एक छात्र ने कहना था कि 'पिछले चार साल से कोई भर्ती नहीं हुई है। हम एक जगह से दूसरी जगह लगातार संघर्ष कर रहे हैं। 10 से अधिक छात्र आत्महत्या कर चुके हैं। हम ऐसा होने नहीं दे सकते।' इसके अलावा वहीं एक अन्य छात्र का कहना था कि ‘हम यहां से तब तक नहीं हटेंगे जब तक रेल मंत्री पीयूष गोयल हमसे आकर नहीं मिलते। डीआरएम ( मुंबई डिविजन के मंडल रेल प्रबंधक) से किए हमारे सभी अनुरोध अनसुने रहे हैं।’ट्रेन रोकने की असली वजह

दरअसल, छात्रों को ये बात मालूम थी कि लोकल ट्रेन मुंबई की जान है और वहां की जिंदगी की रफ्तार है, इसलिए उन्होंने अपने विरोध के लिए इसी को निशाना बनाया था। प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने माटुंगा और छत्रपति शिवाजी टर्मिनिल रेलवे स्टेशन के बीच रेलवे ट्रैक को जाम कर दिया था, जिससे सेंट्रल लाइन पर करीब 30 ट्रेनें रद हो गई थी।

Posted By: Mukul Kumar