- ओनर्स ने रेस्टोरेंट्स में ही कारीगरों के रुकने की कराई है व्यवस्था

- थर्मल स्कैनिंग, कंप्लीट सेफ्टी किट भी की गई है प्रोवाइड

GORAKHPUR: लॉकडाउन में जबान का स्वाद बदलने के लिए लोगों ने खूब घरेलू नुस्खे अपनाए। तरह-तरह की डिशेज भी घर में ही बनीं, तो वहीं नए-नए तजुर्बे भी हुए। मगर अब अनलॉक फेज में भी कुछ लोगों ने अपनी जुबान का ताला खोला है, तो कुछ अभी भी बाहर का खाना खाने से हिचकिचा रहे हैं और इसे अवॉयड कर रहे हैं। मार्केट अनलॉक में दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने मंगलवार को रेस्टोरेंट्स में लोगों की सेफ्टी और सिक्योरिटी के लिए क्या व्यवस्था है और वह कोविड से बचाव के लिए क्या-क्या कर रहे हैं, इसको लेकर रेस्टोरेंट ओनर्स से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने अपनी तैयारी और लोगों के लिए की गई व्यवस्था के बारे में इंफॉर्मेशन दी।

खुद आएं या डिलेवरी कराएं, पहले सेनेटाइजेशन

यह है व्यवस्था

गोरखपुर के रिनाउंड रेस्टोरेंट ऑपरेटर्स ने लोगों का पेट भरने के लिए मुकम्मल इंतजाम किए हैं। सबसे पहले जहां रेस्टोरेंट में आने वाले हर शख्स का टेंप्रेचर नॉर्मल होने की कंडीशन में ही एंट्री दी जा रही है। चूंकि अभी सिर्फ पार्सल और ऑनलाइन डिलेवरी की ही व्यवस्था है, इसलिए लोगों के प्रॉपर सेनेटाइजेशन का ख्याल रखा जा रहा है। डिलेवरी लेने के लिए चाहे वह कस्टमर्स आएं, या फिर स्विगी-जोमैटो जैसे ऑनलाइन ऑपरेटर्स, सभी को सेनेटाइज कराया जा रहा है। इसके बाद अंदर एंट्री देकर डिलेवरी दी जा रही है। इतना ही नहीं अगर रेस्टोरेंट में आना है, तो पहले खुद आपको मास्क लगाकर ही आना होगा वरना डिलेवरी नहीं मिल पाएगी।

अभी खाने की नहीं है परमिशन

रेस्टोरेंट में अभी लोगों को बैठकर खाने की परमिशन नहीं दी गई है। अभी उन्हें सिर्फ पैकिंग और ऑनलाइन पोर्टल से आए ऑर्डर की डिलेवरी ही करनी है, वह भी रात के 9 बजे तक, इसके बाद उन्हें भी परमिशन नहीं है। रेस्टोरेंट संचालकों की मानें तो ऑनलाइन डिलेवरी में अभी ज्यादा डिमांड नहीं है, जबकि लोग आते थे, तो वह अपना पेट भरकर जाते थे। वहीं जब खाने का वक्त होता है, तो रेस्टोरेंट बंद हो जा रहे हैं। इससे उन्हें भारी नुकसान भी उठाना पड़ रहा है। उनका कहना है कि अगर उन्हें परमिशन दी जाए, तो वह फिजिकल डिस्टेंस की व्यवस्था तो करेंगे ही, वहीं कॉन्टैक्ट लेस सर्विस की भी व्यवस्था करेंगे। ट्रॉली के जरिए लोगों तक उनका ऑर्डर पहुंचेगा और उनके जाने के बाद या उसी ट्रॉली से प्लेटें वापस ली जाएंगी।

- एंट्री करने से पहले मास्क की चेकिंग

- मास्क है तो थर्मल स्कैनिंग कर रेस्टोरेंट में एंट्री

- अंदर घुसते ही कस्टमर्स या डिलेवरी ब्वॉएज के सेनेटाजेशन की व्यवस्था

- ऑर्डर लेने के बाद वेटिंग के लिए फिजिकल डिस्टेंसिंग की व्यवस्था

- पेमेंट के लिए ऑनलाइन और कार्ड की व्यवस्था

एंप्लाई के लिए क्या कुछ

- सभी एंप्लाई का रोजाना सेनेटाइजेशन

- रेस्टोरेंट में ही रहने, खाने-पीने की व्यवस्था

- ग्लव्स, सेनेटाइजर के साथ साफ-सुथरे गाउन

- रेस्टोरेंट का होना प्रॉपर सेनेटाइजेशन

कोट्स

रेस्टोरेंट का प्रॉपर सेनेटाइजेशन कराया जा रहा है। वहीं एंप्लाइज को भी सेफ्टी किट दिए गए हैं। रेस्टोरेंट में जो भी कस्टमर्स या डिलेवरी ब्वॉएज आ रहे हैं, पहले उनकी थर्मल स्क्रीनिंग की जा रही है। इसके बाद सेनेटाइजेशन कर उनको एंट्री दी जा रही है। खाने की व्यवस्था अभी नहीं है, लेकिन अगर परमिशन मिलती है, तो गाइडलाइन को फॉलो करते हुए हम इसके लिए तैयार हैं।

- आकाश तिवारी, डायरेक्टर, रॉयल दरबार

अगर हमें कस्टमर्स को खिलाने की परमिशन मिल जाए, तो हम फिजिकल डिस्टेंसिंग के लिए चेयर की संख्या लिमिटेड कर देंगे और इसकी दूरी भी बढ़ा देंगे। वहीं कॉन्टैक्टलेस डिलेवरी के लिए ट्रॉली का भी यूज किया जाएगा, जिससे कि कस्टमर्स को भी प्रॉब्लम न हो। गवर्नमेंट और एडमिनिस्ट्रेशन की गाइडलाइन फॉलो की जा रही है।

- गौरव जसवल, डायरेक्टर, द यलो चिल्ली

Posted By: Inextlive