- आई नेक्स्ट ने जगाया तो जागा एडमिनिस्ट्रेशन

- सेना द्वारा लगाए गए बोरियों और बल्लियों को हटाने का काम शुरू

- एक-दो दिन में तोड़ा जाएगा रिंग बंधे का टूटा हुआ स्थान

ALLAHABAD: पिछले साल गंगा की लहरों के दबाव से सलोरी एसटीपी का रिंग बांध, जिस स्थान पर टूट गया था, सेना के जवानों को वहां मोर्चा संभालना पड़ा था। साल भर बाद ट्यूजडे से उसकी मरम्मत का काम शुरू हुआ। वो भी तब, जब आईनेक्स्ट ने अधिकारियों को जगाया, रिंग बांध पर मंडरा रहे खतरे को पब्लिक के सामने रखा। सवाल ये उठता है कि मानसून कभी भी दस्तक दे सकता है। बरसात का मौसम शुरू हो सकता है, ऐसे में क्या बरसात के पहले बांध के मरम्मत का कार्य पूरा हो पाएगा।

हटाई जा रही हैं बोरियां

ट्यूजडे से रिंग बंधे के टूटे हुए स्थान से सेना के जवानों द्वारा लगाए गए बालू के बोरियों और बल्लियों को हटाने का काम शुरू हुआ। जब बोरियां और बल्लियां हट जाएंगी तो फिर बांध के टूटे हुए स्थान को पूरी तरह से तोड़ा जाएगा। फिर उसका पक्का निर्माण कराने के बाद, मिट्टी से पैचिंग का कार्य कराया जाएगा।

क्या दस दिन में कर लेंगे रिंग बांध की मरम्मत?

रिंग बांध के सुरक्षा घेरे पर चारों तरफ मिट्टी डाली गई है। अभी मिट्टी पूरी तरह भुरभुरी है। इसी बीच रिंग बांध को तोड़ कर उसकी मरम्मत का काम शुरू हुआ है और मानसून भी सिर पर है। अधिकारी तो दस दिन में मरम्मत किए जाने का दावा कर रहे हैं, लेकिन क्या दस दिन में काम पूरा हो पाएगा। अगर इसी बीच बरसात शुरू हो गई तो फिर मरम्मत कैसे होगा। मरम्मत में लगे कर्मचारी गिली और चिकनी मिट्टी की वजह से अपने टारगेट तक कैसे पहुंचेंगे। इस तरह के कई सवाल हैं जो लाखों इलाहाबादियों और उनके घरों की सुरक्षा से जुड़े हुए हैं।

रिंग बांध को काटने का काम शुरू हो गया है। सेना के जवानों ने पिछले साल बालू से भरी जो बोरियां लगाई थी, वे निकाली जा रही हैं। बोरियों के साथ बल्ली हटाई जा रही है। बोरी और बल्ली हटाने के बाद एक-दो दिन में बांध को काटा जाएगा। तोड़ कर पक्का निर्माण होगा, फिर उसकी पैचिंग कराएंगे। बरसात शुरू होने से पहले काम फिनिश हो जाएगा।

जेपी वर्मा

अधिशासी अभियंता

बाढ़ खंड

सिंचाई विभाग

Posted By: Inextlive