- कॉरिडोर समस्या दूर करने में खर्च होने हैं अधिकतम दो लाख रुपए

-डुबो रहे हैं 90 करोड़ का प्रोजेक्ट

BAREILLY:

रोजा-दोहना 220 केवीए लाइन बिछाने में कंपनी और बिजली विभाग की लापरवाही की सजा पब्लिक को भुगतनी पड़ रही है। 110 किलोमीटर की लाइन बिछाने वाली हैदराबाद की कंपनी एसीडब्ल्यू ने बिना कॉरिडोर को हटवाएं ही लाइन बिछा दिया। बन कर तैयार नई लाइन में खराबी आनी शुरू हुई तो कंपनी को कॉरिडोर की चिंता सताने लग गयी है। या यूं कहे कि उसे अपने सीबीगंज-दोहना लाइन प्रोजेक्ट की चिंता सताने लग गयी हैं। क्योंकि, रोजा-दोहना लाइन पर काम करने वाली एसीडब्ल्यू कंपनी ही सीबीगंज-दोहना लाइन पर इस समय काम कर रही है। बिछ रही इस नई लाइन में भी कंपनी ने कॉरिडोर को हटवाने का काम विभाग से नहीं करवाया हैं। सिर्फ अपने प्रोजेक्ट को पूरा करने के चक्कर में लगी हुई हैं।

कहीं सीबीगंज-दोहना लाइन का हश्र भी

बिजली की लाइनों को सही रहने के लिए कॉरिडोर पर बिजली विभाग को मात्र 2 लाख रूपए खर्च आएंगे। लेकिन, वह 2 बचाने के लिए अधिकारियों 90 करोड़ की बिछी नई लाइन को तबाह करने में लगे हुए है। कंपनी की ओर से कॉरिडोर की लिस्ट सौंप दिए जाने के बाद भी विभाग ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया। यही लापरवाही कंपनी और बिजली विभाग सीबीगंज- दोहना लाइन को लेकर भी बरत रहा हैं। इस लाइन पर 50 परसेंट से अधिक काम हो चुका है। लेकिन, लाइनों की दोनों साइड कॉरिडोर की व्यवस्था नहीं की गयी हैं। लिहाजा, इस लाइन का अंजाम भी आने वाले दिनों में रोजा-दोहना लाइन जैसा ही होने वाला हैं। कॉरिडोर को लेकर कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर सुब्रत पाल का कहना है कि इसमें वह कुछ नहीं कर सकते हैं। उनका काम सिर्फ लाइन बिछवाने का है। लाइन का रास्ता क्लियर करने का काम बिजली विभाग का।

Posted By: Inextlive