बाहर है अफवाह, अंदर हो रहा बेहतर इलाज
-कोटवा में भर्ती कोरोना पॉजिटिव मरीज अंशु वैश्य वहीं से निपटा रहे ऑफिशियल कामकाज
PRAYAGRAJ: मुझे कोटवा हॉस्पिटल में भर्ती हुए नौ दिन हो चुके हैं। शुक्रवार को सैंपल जांच के लिए भेजा जाएगा। रिपोर्ट निगेटिव आई तो हॉस्पिटल से छुट्टी दे दी जाएगी। फिलहाल मैं खुद को स्वस्थ महसूस कर रहा हूं। रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद पहले दिन अंदर से घबराया हुआ महसूस कर रहा था। लेकिन यहां आकर सारी कंफ्यूजन क्लियर हो गई। डॉक्टर से लेकर स्टाफ का बिहेवियर काफी सपोर्टिव है। बाहर अफवाहें हैं, लेकिन अंदर बेहतर इलाज हो रहा है। सुबह की शुरुआत योगा क्लास के साथ -सुबह की शुरुआत योगा क्लास के साथ होती है। -खुले मैदान में सभी पेशेंट्स एक्सरसाइज भी करते हैं। -योगा क्लास के दौरान लोगों की प्रॉब्लम्स का सॉल्यूशन दिया जाता है। ऐसा है हॉस्पिटल का रूटीन-अगर कोई मरीज गर्म पानी चाहता है तो उसे इसकी सुविधा दी गई है। वार्ड में इलेक्ट्रानिक केतली मौजूद है।
-वार्ड में एक बड़ी सी एलईडी भी लगाई गई है। मरीज मोबाइल के जरिए मनपसंद प्रोग्राम देख सकते हैं। -बड़ा सा मैदान है जिसमें मरीज सुबह-शाम चहलकदमी कर सकते हैं। मॉर्निग ब्रेकफास्ट दलिया, सूजी का हलवा या चूड़ा, काढ़ा लंच दाल, रोटी, सब्जी, चावलइवनिंग ब्रंच
चाय, बिस्किट, नमकीन डिनर पेटभर पौष्टिक खाना, एक प्रोटीन डाइट (राजमा या छोला) हॉस्पिटल में भी ऑफिशियल वर्क मैं स्वास्थ्य विभाग में सर्विलांस आफिसर के पद पर तैनात हूं। पिछले चार महीने से लगातार कोविड ड्यूटी पर काम कर रहा था। एक दिन हल्का सा फीवर आया तो हम दोनों ने अपना सैंपल एहतियातन जांच के लिए भेज दिया। मेरे साथी विष्णु की भी सैंपल रिपोर्ट पॉजिटिव आई। यहां भर्ती होने के बाद खुद को बिजी रखना जरूरी है। इसलिए साथी विष्णु के ऑफिशियल वर्क निपटाना जारी रखा है। इस काम में कोटवा हॉस्पिटल के नोडल डॉ। वीके मिश्रा और कोविड नोडल डॉ। ऋषि सहाय का विशेष योगदान है।