110 साल पहले दुनिया के सबसे बड़े विस्‍फोट की गुत्‍थी सुलझने की बजाए और उलझती जा रही है। दावा किया जा रहा कि यह विस्‍फोट किसी एलियन या परमाणु बम की वजह से नहीं बल्‍िक आसमान से गिरे उल्‍कापिंड के कारण हुआ था।


परमाणु बम से 185 गुना शक्ितशाली
पूरी दुनिया के लिए रहस्य बन चुके इस विस्फोट की जांच-पड़ताल की गई, तो पता चला यह परमाणु बम से 185 गुना शक्ितशाली था। इस विस्फोट की वजह से वहां एक विशालकाय गड्ढा भी बन गया। जिसे आज हम Cheko झील के नाम से जानते हैं।  

उल्कापिंड गिरा था क्या
हाल ही में इटली के कुछ शोधकर्ताओं ने इस भयंकर विस्फोट से जुड़े कुछ राज उजागर किए हैं। इनका कहना है कि यह विस्फोट आसमान से गिरे एक उल्कापिंड की वजह से हुआ था। क्योंकि 20 जून यानी विस्फोट वाली रात को ही साइबेरिया के ऊपर से एक बड़े उल्कापिंड को गुजरते देखा गया है। यानी कि यह उल्कापिंड धरती से टकराया, जिससे जंगल में आग लग गई। हालांकि कुछ एक्सपर्ट इस बात का खंडन करते हैं, उनका मानना है कि यह विस्फोट काफी विनाशकारी था जिसकी वजह से भयंकर आग लगी, जिसने पूरे रात में भी काफी चमक बिखेर दी थी।

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Posted By: Abhishek Kumar Tiwari