रविवार को देश की पत्रकारिता का एक बड़ा स्‍तंभ गिर गया. खबर है कि देश के जाने-माने वरिष्‍ठ पत्रकार विनोद मेहता का निधन हो गया. बताया जा रहा है कि वह 73 साल के थे. लंबी बिमारी के चलते वह बीते पांच दिनों से दिल्‍ली के एम्‍स में भर्ती थे. मल्टीपल ऑर्गन फेलियर होने के कारण रविवार को यहीं अस्‍पताल में उन्‍होंने आखिरी सांस ली. गौरतलब है कि विनोद मेहता आउटलुक के संस्‍थापक संपादक थे.

रावलपिंडी में जन्मे थे विनोद मेहता
जानकारी है कि अंग्रेजी भाषा के जाने-माने पत्रकार विनोद मेहता का जन्म 1942 में अविभाजित भारत के पंजाब के रावलपिंडी में हुआ था. उस समय बंटवारे के बाद 1950 में वह भारत आए और उत्तर प्रदेश के लखनऊ में आकर रहने लगे. उनकी शिक्षा-दीक्षा को लेकर बताया जाता है कि उन्होंने अपनी पढ़ाई लखनऊ विश्वविद्यालय से पूरी की थी.
परिवार पर एक नजर
1974 में 'डेबोनॉयर' मैगजीन के संपादक का पदभार संभालने से पहले उन्होंने सालों तक लंबा संघर्ष किया. विनोद मेहता दिल्ली में ही रहते थे. उनकी पत्नी सुमिता पॉल भी पत्रकार ही हैं. दोनों की एक बेटी है. हालांकि उनकी बेटी के बारे में उनकी पत्नी के अलावा अन्य किसी को पता तक नहीं था, लेकिन हाल के दिनों में उनके इस राज पर से पर्दा उठा. विनोद मेहता ने आउटलुक समेत कई और अखबारों व पत्रिकाओं को भी लॉन्च किया था. इसके साथ ही वह इन सभी के संस्थापक संपादक भी रह चुके थे. अपने जीवन में वह द पायनियर, संडे ऑब्जर्वर, द इंडिपेंडेंट और फिर आउटलुक के संपादक भी रहे.
पत्रकारों समेत पीएम मोदी ने भी जताया शोक
इनके निधन पर तमाम पत्रकारों ने गहरा शोक व्यक्त किया है और इसे पत्रकारिता के क्षेत्र में एक बहुत बड़ी क्षति बताया है. इस क्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी शोक व्यक्त किया है. पीएम मोदी ने ट्वीट करके कहा है कि विनोद मेहता की बेबाक और सीधी राय उन्हें बहुत बड़ा बनाती है.

Frank & direct in his opinions, Vinod Mehta will be remembered as a fine journalist & writer. Condolences to his family on his demise.

— Narendra Modi (@narendramodi) March 8, 2015 

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Posted By: Ruchi D Sharma