अफगानिस्तान के उत्तरी बागलान में पॉवर प्लांट के लिए काम कर रहे सात भारतीय इंजीनियरों और एक अफगानी ड्राईवर का रविवार को अपहरण कर लिया गया। मामले का पता चलते ही भारत सरकार ने अफगानिस्तान सरकार और बागलान प्रांत के स्थानीय प्रशासन के साथ संपर्क में है।


सात भारतीय इंजीनियरों का अपहरणरायटर्स/जेएनएन, (काबुल/नई दिल्ली)। बागलान पुलिस के प्रवक्ता जबीहुल्ला शुजा ने कहा कि इंजीनियर एक मिनीबस में बिजली स्टेशन की ओर जा रहे थे तभी अज्ञात बंदूकधारियों ने उन्हें और उनके अफगानी ड्राइवर को अगवा कर लिया। काबुल में भारतीय दूतावास के दो अधिकारियों ने इंजीनियरों के अपहरण की पुष्टि की, उन्होंने बताया कि सभी दा अफगानिस्तान ब्रेशना शेरकट (डीएबीएस) के लिए काम कर रहे थे, जिसमें बिजली उत्पादन होता है।150 से अधिक भारतीय इंजीनियर खोजने पर काम कर रहे


एक वरिष्ठ भारतीय दूतावास के अधिकारी ने कहा कि 150 से अधिक भारतीय इंजीनियर और तकनीकी विशेषज्ञ वर्तमान में उन इंजीनियरों को खोजने पर अफगानिस्तान में काम कर रहे हैं। बता दें कि इस मामले को लेकर भारत सरकार अभी अफगानिस्तान सरकार और बागलान प्रांत के स्थानीय प्रशासन के साथ संपर्क में है। खैर, अभी तक किसी भी आतंकी संगठन या किसी अन्य ग्रूप ने इस अपहरण की जिम्मेदारी नहीं ली है। तालिबान का हाथ

अफगानिस्तान और पाकिस्तान की मीडिया ने इस अपहरण के पीछे तालिबान का हाथ बताया है। हालांकि भारत सरकार अभी तक इस बात को मानने के लिए तैयार नहीं है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा है कि ''हमें इस बात की सूचना मिली है कि बागलान राज्य में भारतीय कर्मचारियों का अपहरण हुआ है और हम इस बारे में अफगान सरकार के साथ संपर्क में है। इस बारे में और विशेष जानकारी का इंतजार किया जा रहा है।''

Posted By: Mukul Kumar